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नालंदा/डेस्क: हर साल 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाता है, जिसे मई दिवस या श्रम दिवस के रूप में भी जाना जाता है. यह दिन दुनिया भर के श्रमिकों की मेहनत, संघर्ष और अधिकारों के प्रति जागरूकता के लिए समर्पित होता है. लेकिन नालंदा जिले से मजदूरों की हक़ की अनदेखी की एक चिंताजनक खबर सामने आई है. बिहार शरीफ के जिला परिषद कार्यालय में वर्षों से चाय पिलाने वाले मजदूर कारू राम को पिछले 24 महीनों से उनकी मजदूरी नहीं मिली है.
कारू राम बताते हैं कि उनके दादा और परदादा भी इसी इलाके में चाय बेचने का काम करते थे, और वे स्वयं कई वर्षों से जिला परिषद में जनप्रतिनिधियों व कर्मियों को चाय पिला रहे हैं. कारू राम ने बताया कि जिला परिषद के सदस्यों, अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान लगभग 1 लाख 25 हजार रुपये की चाय का बकाया भुगतान अब तक नहीं किया गया है. यह बकाया पूर्व और वर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष के कार्यकाल से संबंधित बताया जा रहा है.
वर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा कुमारी ने स्वीकार किया कि परिषद में न केवल चाय विक्रेता बल्कि कई अन्य लोगों का भुगतान भी लंबित है. उनका कहना है कि यह प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है.स्थिति यह है कि कारू राम अब कर्ज लेकर लोगों को चाय पिलाते हैं और किसी तरह अपने परिवार का गुजारा कर रहे हैं. मजदूर दिवस के मौके पर यह मामला श्रमिकों के प्रति प्रशासन की उदासीनता को उजागर करता है.