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धनबाद/डेस्कः- दुबई में बैठकर कोयलांचल धनबाद में अपने अपराध का साम्राज्य चला रहे भगोड़े हैदर अली उर्फ प्रिंस खान के नेटवर्क को ध्वस्त करने के उद्देश्य से बीते मंगलवार की सुबह वासेपुर के अलग-अलग करीब 30 ठिकानों पर हुई पुलिस की छापेमारी पर बुधवार को एसएसपी प्रभात कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि भगोड़े हैदर अली उर्फ प्रिंस खान गैंग के लिए स्लीपर शेल के रुप में काम करने वाले सदस्यों के संबंध में गुप्त सुचना मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं पुलिस अधीक्षक नगर के नेतृत्व में जिला के 06 पुलिस उपाधीक्षक, 07 पुलिस निरीक्षक, 36 पुलिस अवर निरीक्षक सहित 60 पुलिसकर्मियो को सम्मिलित करते हुए एक छापेमारी दल का गठन किया गया था.
जिसके बाद छापेमारी के लिए गठित सभी टीमो द्वारा मंगलवार को अहले सुबह 5 बजे सभी के घरो और ठिकानो पर विधिवत् छापेमारी कर गहन तलाशी ली गई. तलाशी के क्रम में चार संदिग्धो कबाड़ी पट्टी निवासी परवेज खान (55), नवीनगर वासेपुर निवासी तौशिफ आलम उर्फ मुसा (33), कमर मखदुमि रोड निवासी सैफ आलम उर्फ राशिद एवं शमशेर नगर निवासी इमित्याज अली उर्फ लाडले (46) के घर से कुल 17 लाख 34 हाजड 900 रुपये नगद के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रो के जमीन खरीद-बिक्री से संबंधित, 70 डीड पेपर, एग्रीमेंट पेपर, 18 एटीएम और डेबिट कार्ड, 05 विभिन्न बैंको के पासबुक, 09 चेकबुक, 05 मोबाइल फोन, नागालैंड से निर्गत एक 6 चक्रीय पिस्टोल एवं 47 गोली बरामद किया गया है.
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तो द्वारा बरामद नगद राशि के वैध स्त्रोत के संबंध में नही बताये जाने पर, इसके जाँच हेतु आयकर विभाग को पत्राचार किया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तो द्वारा अपने-अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया गया है कि ये लोग प्रिंस खान के गैंग के सहयोगी सदस्यो को जो व्यापारियो, पेट्रोल पंप संचालको में भय पैदा करने के लिए आये सदस्यो को ठहराने और उनके आने-जाने की सुविधा उपलब्ध कराते थे. इसके अलावा विभिन्न क्षेत्र के कारोबारियो का मोबाईल नंबर एवं उनसे संबंधित अन्य जानकारी भी प्रिंस खान को उपलब्ध कराते थे.
एसएसपी ने बताया कि रंगदारी के रुप में वसुले गए रकम को हवाला और युएसडीटी क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से प्रिंस खान तक पहुँचाते थे और शेष रकम को प्रिंस खान के निर्देशानुसार बरवाअड्डा, गोविंदपुर, 8 लेन क्षेत्र में जमीन कारोबार में लगाकर उसे व्हाइट मनी में तब्दील कर देते थे. उन्होंने बताया कि इन सभी गिरफ्तार अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर इनके खिलाफ तकनीकी एवं वैज्ञानिक अनुसंधान किया जा रहा है.
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