पलामू/न्यूज़11 भारत
संतोष/डेस्क: पलामू पुलिस को संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता मिली है. इतिहास में पहली बार, एक कुख्यात गैंगस्टर ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है, जबकि पहले केवल नक्सली या उग्रवादी ऐसा करते थे. यह घटना पलामू पुलिस की एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है.
गौतम कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह, जो एक खूंखार आपराधिक गिरोह का सरगना है, ने पलामू की पुलिस अधीक्षक (एसपी) रीष्मा रमेशन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. डब्लू सिंह एक ऐसा नाम था, जिससे झारखंड के कई बड़े व्यवसायी और आम लोग खौफ खाते थे. उसके आत्मसमर्पण ने न सिर्फ पुलिस को बड़ी कामयाबी दी है, बल्कि राज्य में अपराध नियंत्रण के प्रति पुलिस के दृढ़ संकल्प को भी दिखाता है.
डब्लू सिंह का आपराधिक इतिहास
डब्लू सिंह का आपराधिक सफर 2005 से शुरू हुआ था और 2021 तक उसके खिलाफ मामले दर्ज होते रहे. उस पर पूरे राज्य में 37 से अधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, अपहरण और फिरौती जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं.
* 2014 में उसे लातेहार में जेल भेजा गया था.
* 2018 में जेल से रिहा होने के बाद भी वह सक्रिय रहा.
* 2021 में उसने कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह की हत्या करवाई थी, जो उसके खिलाफ दर्ज सबसे गंभीर मामलों में से एक है.
डब्लू सिंह का आत्मसमर्पण यह दर्शाता है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां लगातार अपराधियों पर दबाव बना रही हैं, जिससे उन्हें छिपने की जगह नहीं मिल पा रही है. यह घटना झारखंड में कानून व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
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