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रांची/डेस्क: पलामू जिले के जंगलों से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है. सीटीसी (काउंटर टेररिज्म एंड जंगल वारफेयर कॉलेज) मुसाबनी में तैनात एक जवान विजय उरांव की निर्मम हत्या कर दी गई है. पलामू जिले के चियांकी के रहने वाले जवान विजय उरांव का शव जंगल में क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया. जिसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रांची के रिम्स भेजा गया है. घटना के बाद से स्थानीय लोगों सहित पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है.
सीटीसी मुसाबनी में अपनी सेवाएं देने वाले विजय उरांव की हत्या के बाद उनके शव को पलामू को घने जंगलों में फेंक दिया गया था. मिली जानकारी के अनुसार शव इतनी बुरी तरह क्षत-विक्षत था कि उसकी पहचान करना भी काफी मुश्किल था. इस वजह से शव को विस्तृत जांच और पोस्टमॉर्टम के लिए रांची के रिम्स भेजा गया. वहीं ऐसी क्रूर हत्या के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं है और अपराधियों का का कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
वहीं इस घटना की जानकारी मिलने पर प्रदेश अध्यक्ष, महामंत्री, प्रदेश उपाध्यक्ष रहमान खान, और परमेश्वर महतो रिम्स पहुंचे. उन्होंने जवान के शव को उनके गृहक्षेत्र चियांकी तक पहुंचाया. संवेदनशील वक्त में उनके इस कदम को स्थानीय लोगों और जवान के परिजनों ने सराहना की.
जवानों के लिए सुझाव और अपील
हालिया घटना ने सुरक्षा बलों के बीच सतर्कता और व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी कर दी हैं. इस संदर्भ में सभी जवानों से अपील की गई है कि वे किसी भी प्रकार के अनावश्यक विवाद या टकराव से दूर रहें. साथ ही, यह सलाह दी जाती है कि वे घर से बाहर निकलते समय अपनी योजनाओं और लोकेशन की जानकारी परिवारजनों को जरूर दें. यह न केवल उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण मामलों को रोकने में भी सहायक हो सकता है.
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
हालांकि अभी तक पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, स्थानीय पुलिस और प्रशासन इस हत्या की गहन जांच में जुटे हुए हैं. शव की स्थिति को देखते हुए मामला सुनियोजित और अत्यंत निर्मम प्रतीत होता है. पुलिस जंगल क्षेत्र की सघन तलाशी ले रही है, स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है, और फोरेंसिक साक्ष्यों के माध्यम से मामले की तह तक जाने की कोशिश की जा रही है.
स्थानीय जनाक्रोश
विजय उराँव की हत्या ने चियांकी और आसपास के इलाकों में गहरा आक्रोश फैला दिया है. ग्रामीणों और परिजनों ने इस जघन्य अपराध की कड़ी निंदा की है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा देने की मांग की है. यह घटना न केवल क्षेत्र की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि सुरक्षा बलों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंतन की आवश्यकता को उजागर करती है.