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रांची: जेवियर लेबर रीलेशन इंस्टीट्यूट (एक्सएलआरआइ) जमशेदपुर में पीजीडीएम इनोवेशन इंटरप्रेनूअरशिप एंड वेंचर क्रिएशन कार्यक्रम की शुक्रवार को शुरुआत की गयी. मामा अर्थ कंपनी के सह संस्थापक वरूण अलघ ने कार्यक्रम की शुरुआत की. मौके पर एकएलआरआइ के निदेशक फादर पाल फर्नांडीस और फादर जार्ज सेबेस्टीयन मौजूद थे. मामा अर्थ के वरूण अलघ ने मौके पर कहा कि स्टार्ट अप संस्थापकों के लिए एक्सएलआरआइ की तरफ से प्रबंधन में डिग्री लेने का यह अदभूत कदम है. इससे स्टार्ट अप बिजनेस वालों को कई महत्वपूर्ण अवसर प्रदान होंगे. उन्होंने कहा कि यह अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की तरफ से मान्यता प्राप्त उद्यमशीलता पाठ्यक्रम है, जिसमें प्रबंधकीय कौशल क्षमता विकास के अलावा इंक्यूबेशन का समावेश भी किया गया है. उद्यमशीलता के कई महत्वपूर्ण अव्ययों में प्रबंधकीय कौशल को कैसे शामिल किया जाये, यह कार्यक्रम की विशेषता भी रही है. फादर पाल ने कहा कि अब अपना खुद का व्यवसाय अथवा वेंचर खोलने में यह पाठ्यक्रम महत्वपूर्ण साबित होगा. पाठ्यक्रम में अधिक से अधिक फील्ड एक्सपीरिएंस को शामिल किया गया है, इससे उभरते हुए उद्यमियों को फायदा होगा.
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देश के सबसे पुराने बिजनेस स्कूल में यह तीसरा अवसर है, जब दो वर्षीय फूल टाइम पोस्ट ग्रैजूएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट कार्यक्रम की शुरूआत की गयी. बिजनेस स्कूल में ह्यूमन रीसोर्स का कार्यक्रम 1954 में शुरू किया गया था, जबकि बिजनेस मैनेजमेंट का कार्यक्रम 1968 में शुरू किया गया था. यह दोनों पाठ्यक्रम 50 साल पहले शुरू किये गये थे. बिजनेस एजुकेशन में अब तक एक्सएलआरइ की तरफ से कई महत्वपूर्ण कदम संस्थान प्रबंधन की तरफ से उठये जा रहे हैं. नये पाठ्यक्रम की शुरुआत में एक्सएलआरआइ के सह पार्टनर इंडियन एंजेल नेटवर्क, जागृति यात्रा, माइक्रोसॉफ्ट, वकील सर्च, कैपिटा, फंडेबल, इंफ्लेक्शन प्वाइंट वेंचर और अन्य शामिल थे. वैश्विक अर्थव्यवस्था में उद्यमशीलता के महत्व पर कई जानकारियां उपलब्ध कराया गया. आइआइटी और भारतीय प्रबंधन संस्थान में इंक्यूबेटर की स्थापना पर बल दिया गया. इसके अलावा पजल्ल को भी शामिल किया गया. आइइवी कार्यक्रम कई प्रतिष्ठित संस्थानों में उपलब्ध कराया जा रहा है.