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पटना/डेस्क: गया जंक्शन के माल गोदाम में एक मॉकड्रिल का सफल आयोजन किया गया. इस अभ्यास का उद्देश्य रेल दुर्घटना जैसी आकस्मिक परिस्थितियों में विभिन्न विभागों एवं एजेंसियों के बीच समन्वय, त्वरित प्रतिक्रिया और संसाधनों के कुशल प्रबंधन की वास्तविक परख करना था.
मॉकड्रिल का संचालन डीडीयू मंडल के संरक्षा विभाग द्वारा समन्वित रूप से किया गया, जिसमें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), रेलवे के सभी प्रमुख विभागों,जैसे संरक्षा, सुरक्षा, परिचालन, यांत्रिक, सिविल व विद्युत इंजीनियरिंग, वाणिज्य, सिग्नल एवं दूरसंचार, चिकित्सा आदि की सक्रिय भागीदारी रही. इसके अतिरिक्त, जिला प्रशासन और अन्य संबद्ध एजेंसियों ने भी अभ्यास में सहयोग प्रदान किया.
कोच पटरी से उतरा, यात्री घायल
मॉकड्रिल के क्रम में, गया जंक्शन के पास ग्रैंड कार्ड-2 रेलखंड में गाड़ी संख्या 13554 (डाउन) का एक यात्री कोच (ECR/03142) 10:33 बजे किलोमीटर संख्या 471/16 पर दुर्घटनाग्रस्त होकर पटरी से उतर गया. स्टेशन अधीक्षक, गया द्वारा 10:34 बजे संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी गई, जिसके बाद राहत व चिकित्सकीय सहायता तुरंत सक्रिय की गयी.
एनडीआरएफ की टीम ने मॉक घायलों की खोज, बचाव और स्ट्रेचर पर परिवहन का प्रदर्शन किया.चिकित्सा इकाई ने प्राथमिक उपचार प्रदान किया. आरपीएफ और जीआरपी ने भीड़ प्रबंधन और स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित की. रेलवे के संबंधित विभागों की टीम द्वारा ट्रेन को पटरी पर लाकर परिचालन बहाल किया गया. सभी विभागों ने संचार, नियंत्रण, रिपोर्टिंग और निर्णय प्रणाली की सजीव परीक्षा दी. मंडल मुख्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष से भी स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही थी.
गया जंक्शन पर आयोजित यह मॉक अभ्यास डीडीयू मंडल की आपदा प्रतिक्रिया क्षमताओं की सुदृढ़ता का प्रमाण है. इसमें बहु-विभागीय समन्वय, आपातकालीन योजनाओं की कार्यक्षमता और निर्णय प्रक्रिया की त्वरितता को सफलतापूर्वक परखा गया. डीडीयू मंडल भविष्य में भी इस प्रकार के समन्वित अभ्यास आयोजित करता रहेगा ताकि यात्रियों की सुरक्षा और सेवा में निरंतर सुधार सुनिश्चित हो सके. मॉक ड्रिल के दौरान एडीआरएम दिलीप कुमार के साथ रेलवे के संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.