एक के पिता ने थाने में दर्ज कराई अपहरण का मामला, पुलिस ने दोनों को हाजिर होने को कहा
न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः लोगों से अक्सर यह कहते सुना जाता है कि प्यार अंधा होता है लेकिन सच तो यह होता है कि प्यार में लोग अंधे हो जाते है. और वो भी इस कदर कि उन्हें अपने प्यार के आगे ना तो समाज दिखता है और ना ही अपना परिवार. कुछ ऐसी ही एक खबर बिहार से सामने आई है जहां एक-दूसरे के प्यार में पागल दो सहेलियों ने मंदिर जाकर आपस में शादी रचा ली.
दोनों सहेलियों ने शादी रचाकर एक-दूसरे से साथ जीने-मरने की कसमें भी खाई है. दरअसल, दोनों सहेलियों के बीच दोस्ती इतनी बढ़ गई कि दोनों एक दूसरे से कभी अलग नहीं होना चाहती थी. इस वजह से परिवार और समाज की परवाह किए बगैर दोनों ने मंदिर जाकर शादी कर ली. दो सहेलियों की शादी की यह खबर काफी सूर्खियां बटोर रही है.
डेढ़ साल पहले एक शादी समारोह में मिली थी दोनों
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों सहेली बिहार के जमुई और लखीसराय जिले की रहने वाली बताई जा रही है. एक लड़की का नाम निशा कुमारी (18 वर्ष) पिता- अशोक तांती है जो जमुई के लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के दिग्घी गांव की रहने वाली है जबकि दूसरी लड़की का नाम कुमकुम कुमारी उर्फ कोमल (20 वर्ष) पिता- कामेश्वर तांती है जो लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के गेरुआ पुरसुंडा स्थित कुसंडा गांव की रहने वाली है. करीब डेढ़ साल पहले कोमल के मामा की शादी हुई थी. मामा के शादी समारोह के दौरान कोमल दिग्घी आई थी जहां उसकी मुलाकात निशा कुमारी से हुई थी. दोनों के बीच दोस्ती हुई और दोनों एक-दूसरे से मोबाइल के जरिए से अक्सर बातें किया करतीं थी. और बात करते-करते दोनों एक-दूसरे के करीब आती गई. इसी बीच दोनों ने अचानक 24 अक्टूबर को जमुई के एक मंदिर में शादी कर ली. शादी के उपरांत निशा कुमारी पति का, जबकि कुमकुम उर्फ कोमल पत्नी की भूमिका निभा रही है.
परिजनों के विरोध पर घर से भाग निकली दोनों सहेली
खबर के मुताबिक, दोनों सहेली ने शादी करने के बाद शादी का वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपलोड किया. जिसके बाद इसकी जानकारी अन्य लोगों को हुई. वहीं जब इसकी जानकारी परिवार के लोगों को हुई तो इसका वे विरोध करने लगे. जिसके बाद दोनों सहेली अपने-अपने घर से भाग निकली और एक साथ दोनों पटना में रहने लगी. इधर निशा के पिता ने लक्ष्मीपुर थाने जाकर बेटी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया. मगर दोनों ने एक दूसरे से शादी करने की बात कही. उन्होंने कहा कि 'हमने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार, समलैंगिग शादी की है हमें अगर किसी ने अलग करने की कोशिश की तो हम दोनों अपनी जान दे देंगे'
निशा के पिता ने थाने में दर्ज कराया अपहरण का मामला
इधर, निशा के पिता द्वारा लक्ष्मीपुर थाने में मामला दर्ज करवाने के थाना अध्यक्ष राजवर्धन कुमार ने निशा को फोन किया जिसके बाद उन्होंने उसे थाने में हाजिर होने की बात कही. इसपर दोनों सहेली बृहस्पतिवार (गुरूवार) की रात ट्रेन के जरिए पटना से जमुई पहुंची. इसके बाद पटना पहुंचते ही जमुई की जीआरपी पुलिस ने दोनों सहेली को पकड़ लिया और उसे लक्ष्मीपुर पुलिस को सौंप दिया. दोनों सहेली ने पुलिस को बताया कि वे दोनों एक दूसरे से प्यार करती है और साथ रहना चाहती है, वे एक-दूसरे के बगैर नहीं जी सकती है इसलिए शादी रचा ली है. अगर किसी ने उन्हें एक-दूसरे से अलग किया तो वे जान दे देंगी. इधर, इस मामले में थाना अध्यक्ष राजवर्धन कुमार ने कहा कि दोनों सहेली को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
समलैंगिक शादी को कानूनी मान्यता देने से सुप्रीम कोर्ट ने किया है इंकार
आपको बता दें, देश का सर्वोच्चतम न्यायालय यानी सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में समलैंगिक शादी को कानूनी मान्यता देने से इंकार किया है. कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई से मना कर दिया है साथ ही कहा है कि समलैंगिक शादी को अलग से कानू मान्यता देने का अधिकार संसद और विधानसभाओं का काम है. कोर्ट ने यह भी कहा है कि हैट्रोसेक्शुअल को शादी करने के लिए जो अधिकार मिला है. वही अधिकार इन्हें भी मिलना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो उनके मौलिक अधिकार का हनन माना जाएगा. कोर्ट का कहना है कि सरकार यह तय करें कि समलैंगिक और किन्नर लोगों के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं हो.