न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: ओरोपोच वायरस ने दुनिया के कुछ देशों में अपने पांव पसार दिये हैं. बताया जा रहा है कि जिस तेजी से यह वायरस फैल रहा है, कहीं ऐसा न हो को यह दुनिया को अपनी चपेट में ले ले. यह वायरस 2023 से ही दुनिया में सक्रिय है और अब तक 23,000 लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है. हालांकि इसकी पहचान 1995 में ही हो चुकी है. त्रिनिदाद और टोबैगो में यह स्लॉथ फीवर के नाम से सामने आया था.
इस समय, अमेरिका, कनाडा और यूरोप के कई देशों को इसने अपनी चपेट में ले लिया है. दक्षिण अमेरिकी देशों बोलीविया, ब्राजील, कोलंबिया, क्यूबा, डोमिनिकन गणराज्य और पेरू में इसकी सक्रियता सबसे अधिक है और अब तक वहां 5 लोगों की मौत भी हो चुकी है. विशेषज्ञ बता रहा है कि ओरोपोच मिज या मच्छरों के माध्यम से अपने पांव पसार रहा है. मच्छर से तो आप परिचित है, बता दें कि मिज छोटा कीड़ा है.
इस वायरस से आम वायरस की तरह सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, बुखार, चक्कर आना जैसी समस्या सामने आ रही हैं. हालांकि इस वायरस से कोई गंभीर लक्षण नहीं देखे गए हैं. मगर विशेषज्ञ बता रहे हैं कि कुछ गंभीर मामले भी सामने आये हैं. इससे मरीजों में मस्तिष्क में सूजन की शिकायत सामने आयी है. यह भी देखा गया है कि ओरोपोच वायरस गर्भवती महिलाओं से उनके बच्चों में भी यह फैल सकता है.
यह भी पढ़ें: डुमरी प्रखंड के खेतली मध्य विद्यालय एवं जनता हाई स्कूल में नशा मुक्ति शिविर का आयोजन