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रांची/डेस्क: झारखंड के सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों ने विधानसभा से मतदाता सूचि के SIR के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने का फैसला किया हैं. सिर्फ इतना ही नहीं सत्तारूढ़ गठबंधन ने सत्र के दौरान विपक्ष के सवालों का 'तार्किक जवाब' देने का भी फैसला किया. बता दें कि शुक्रवार से शुरू होकर 7 अगस्त तक विधानसभा का मानसून सत्र समाप्त होगा. 5 कार्यदिवस इसमें होंगे. बैठक की अध्यक्षता कर रहे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संवाददाताओं से कहा - बैठक के दौरान बिहार में एसआईआर मुद्दे सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई. INDIA ब्लॉक चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ है. हम भी इसका विरोध करते हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बैठक में इस बात की भी चर्चा हुई कि केंद्र सरकार की ओर से संवैधानिक संस्थाओं का किस तरह दुरूपयोग किया जा रहा हैं.
ओबीसी आरक्षण में बढ़ोतरी के लिए भी आवाज उठाएंगे
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि वे अगला सरना धार्मिक सहिंता और ओबीसी आरक्षण में बढ़ोतरी के लिए भी आवाज उठाएंगे. वहीं सूबे के संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा है कि सत्ता पक्ष ने सत्र के दौरान विधानसभा से SIR के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने का फैसला किया है. विपक्ष के सवालों के तार्किक जवाब देने के लिए सभी सदस्यों को तैयार रहने के लिए कहा गया हैं.
विधानसभा सत्र के दौरान सरकार को घेरने की रणनीति बनेगी
वहीं सूत्रों ने बताया है कि शुक्रवार को मुख्य विपक्षी दल भाजपा को अपनी विधायक दल की बैठक में मानसून सत्र के लिए अपनी रणनीति तय करेगी. इसी बैठक में विधानसभा सत्र के दौरान सरकार को घेरने की रणनीति बनेगी. गुरुवार को झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो एक सर्वदलीय बैठक की. विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो ने सत्र के सुचारू और सफल संचालन के लिए सभी सदस्यों से सहयोग की उम्मीद जताई हैं.
झारखंड में भी मतदाताओं के (SIR) की तैयारी शुरू
इसी बीच शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि राज्य की मतदाता सूचि के जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत बिहार के लिए मतदाता सूचि का मसौदा शुक्रवार को प्रकाशित किया जाएगा. राजनीतिक दलों और मतदाताओं को एक अगस्त को प्रकाशित होने वाली मसौदा मतदाता सूचि में पात्र लोगों के नाम शामिल कराने और अपात्र लोगों के नाम हटाने के लिए एक महीने का समय दिया जाएगा. झारखंड में भी मतदाताओं के (SIR) की तैयारी शुरू कर दी गई हैं. सभी जिलों में अधिकारीयों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया हैं. भारत निर्वाचन आयोग से निर्देश आने के बाद इस पर कार्यवाई शुरू कर दी जाएगी. झारखंड में इसके साथ-साथ आगामी मतदाता सूचि पुनरीक्षण के लिए समीक्षा की गई. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के.रवि कुमार ने सभी जिलों के उप निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक की.
मतदाता केंद्र के मैप में सेक्शन बनाना अनिवार्य
के.रवि कुमार ने निर्देश दिया है कि मतदाता केंद्र के मैप में सेक्शन बनाना अनिवार्य है. प्रत्येक मतदाता केंद्र के क्षेत्र में मतदाता पहचान पत्र में दिया गया पता सही ढंग से अंकित हो. इससे मतदाताओं की पहचान और सूचि निर्माण में अधिक सटीकता आएगी. उन्होंने कहा है कि मतदाता केंद्र के विखंडन के समय यह विशेष ध्यान रखा जाए कि एक ही परिवार या एक ही टोले के मतदाताओं को अलग-अलग मतदाता केंद्रों पर न जाना पड़े. किसी प्रकार की असुविधा मतदाताओं को न हो और अधिक सहभागिता मतदाता सूचि में सुनिश्चित हो सके. उन्होंने सभी उप निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने जिलों में पुनरीक्षण कार्य के लिए टीमों को सक्रिय करें और प्रगति की नियमित समीक्षा करें. इस अवसर पर संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देव दास दत्ता, अपर निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी रविंद्र कुमार उपस्थित थे.
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