संदीप बरनवाल/न्यूज़11भारत
गिरिडीह/डेस्क: गावां प्रखंड स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय खण्डोत के प्रबंधन समिति व अभिभावकों ने विद्यालय के खाते से एक लाख बीस हजार रुपये निकाल लिए जाने का आरोप लगाया है. प्रबंधन समिति के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि प्रधानाध्यापक सह सचिव के द्वारा विद्यालय के खाते से फर्जी हस्ताक्षर कर चार क़िस्त में कुल एक लाख बीस हजार रुपये निकाल लिया. इस बात की जानकारी तब लगी. जब वे खाते को अपडेट करने बैंक गए. अपडेट करने पर पता चला कि दो बार चालीस-चालीस हजार रुपये व दो बार बीस-बीस हजार रुपये निकाले गए है. जबकि अध्यक्ष व संयोजिका को इसकी कोई जनकारी नही है. उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में मध्याह्न भोजन की स्थिति काफी खराब है. यहां अध्ययनरत छात्र छात्राओं को विद्यालय वेश, स्वेटर आदि की भी आपूर्ति नही की गई है. विद्यालय की अव्यवस्था के कारण यहां बच्चों की संख्या दिन प्रतिदिन घटती जा रही है.
जानकारी होने पर बुधवार को विद्यालय परिसर में प्रबंधन समिति के सदस्यों व ग्रामीणों की एक बैठक का आयोजन किया गया. ग्रामीणों ने तय किया कि अवैध रूप से रुपये की निकासी मध्याह्न भोजन सुचारू रूप से नही चलने समेत अन्य मुद्दों को विभागीय अधिकारियों आवेदन दिया जाएगा. ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानाध्यापक के द्वारा एक कमरे को छोड़ शेष सभी कमरों में पटरा रखवाया गया है. वहीं राज मिस्त्री व लेबर को रहने के लिए विद्यालय मुहैया करा दिया गया है. जिससे परिसर में गंदगी फैली रहती है. वहीं एक ही कमरे में प्रथम से पंचम तक के बच्चों को बैठाया जाता है. यदि व्यवस्था में सुधार नही हुआ व मामले की जांच नही की गई तो ग्रामीण धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य हो जाएंगे. मौके पर कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता मरगूब आलम भी विद्यालय पहुँचे. व प्रधानाध्यापक सह सचिव से इस संबंध में पूछताछ की. व कार्यप्रणाली में सुधार लाने का सख्त निर्देश दिया. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वे वरीय पदाधिकारियों से मिलकर घटना की जांच करने का आग्रह करेंगे. इधर विद्यालय के प्रधानाध्यापक सह सचिव रविन्द्र कुमार ने कहा कि मेरे द्वारा राशि की निकासी किया गया है. क्योंकि एमडीएम के सामानों का क्रय करना जरूरी था. जब उनसे पूछा गया कि राशि निकासी हेतु अध्यक्ष व संयोजिका से हस्ताक्षर क्यों नही लिया गया. इसपर भी चुप्पी साध गए. मध्याह्न भोजन नही मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विद्यालय का चापानल खराब रहने के कारण कुछ दिनों तक मध्याह्न भोजन बन्द रखा गया था. पुनः चालू कर दिया गया है. मामले में बीपीओ गंगाधर पांडेय ने कहा कि अभी तक इस संबध में कोई आवेदन प्राप्त नही हुआ है. विद्यालय जाकर मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.