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रांची/डेस्क: भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में जिस तरह से आगे बढ़ती जा रही है, घरेलू अर्थव्यवस्था के मैदान पर भी देश लगातार तरक्की करता जा रहा है. भारतीय अर्थव्यस्था को लेकर जो बड़ी खबर आ रही है, वह यह है कि ताजा जीएसटी कलेक्शन में देश ने पिछले 5 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. जीएसटी कलेक्शन इस समय अपने सर्वोच्च शिखर है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जीएलटी कलेक्शन 22 लाख करोड़ के आंकडे से भी आगे निकल गया है. इसकी वजह भी सामने आयी है. देश में इनकम टैक्स देने वालों की संख्या न सिर्फ बढ़ा है, बल्कि दोगुनी हो गयी है.
जीएसटी कलेक्शन पांच साल में दोगुना होकर वित्त वर्ष 2024-25 में 22.08 लाख करोड़ रुपए के लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2020-21 में 11.37 लाख करोड़ रुपए था. खास बात तो ये है कि बीते 5 साल न सिर्फ जीएसटी कलेक्शन दोगुना हुआ है, बल्कि आयकर जमाक करने वालों की संख्या भी दोगुनी हो गयी है.
सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 का आंकड़ा जारी किया है. इसमें बताया गया कि 2020-21 में यह आंकड़ा 11 लाख रुपये से अधिक का था. लेकिन 2024-25 में यह बढ़ कर 22 लाख करोड़ो से भी आगे निकल गया है. सरकार ने यह भी बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में औसत मासिक कलेक्शन 1.8 लाख करोड़ से ज्यादा रहा है.
सरकारी आंकड़ों में जीएसटी देने वाले रजिस्टर्ड करदाताओं की संख्या काफी बढ़ी है. जहां यह आंकड़ा 2017 में 65 लाख के आसपास था, अब यह संख्या बढ़ कर 1.5 करोड़ हो अधिक हो गई है.
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