प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
कोडरमा/डेस्क: जयनगर प्रखंड क्षेत्र में आस्था और भक्ति का सबसे बड़ा उत्सव गणेश महोत्सव इस वर्ष अपनी 11वीं वर्षगांठ पर नए और भव्य स्वरूप में मनाया जाएगा.
दिल्ली के प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर के स्वरूप में 60 फीट ऊंचा पंडाल तैयार किया जाएगा
जयनगर दुर्गा मंदिर परिसर में 27 अगस्त से 31 अगस्त तक चलने वाले इस महोत्सव के लिए गणेश पूजा समिति ने खास तैयारी की है. इस बार गणपति बप्पा के स्वागत के लिए दिल्ली के प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर के स्वरूप में 60 फीट ऊंचा पंडाल तैयार किया जाएगा, जो श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र बनेगा. गणेश पूजा समिति, जो तूफान क्लब पुस्तकालय के तहत पिछले 11 वर्षों से धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों के माध्यम से भक्ति और एकता का संदेश देती आ रही है, ने इस बार की तैयारियों को भव्यता और आधुनिकता से सजाया है. समिति के अध्यक्ष सुनील सिंह, महासचिव एवं लोकप्रिय गायक सरोज सोनी, कोषाध्यक्ष सूरज सोनी सहित सभी सक्रिय सदस्य पूजा के सफल आयोजन में जुटे हैं. उनके साथ सूरज सिंह, राजा सिंह, धर्मेंद्र सिंह, पप्पू राम, राजेश सिंह, मनीष सिंह, बबलू सिंह, बिट्ट सोनी, राजन गुप्ता, रोहित सोनी जैसे सदस्यों ने भी महोत्सव की पूरी तैयारी में हाथ बंटाया है.
वैदिक मिथिला कुंज आश्रम के उपाचार्य पंडित विष्णु कांत पांडे जी द्वारा वैदिक विधि-विधान से संपन्न किए जाएंगे
पूजा-अनुष्ठान वैष्णवी आश्रम, गोहाल के आचार्य बसंत शास्त्री जी और वैदिक मिथिला कुंज आश्रम के उपाचार्य पंडित विष्णु कांत पांडे जी द्वारा वैदिक विधि-विधान से संपन्न किए जाएंगे. इस महोत्सव की शुरुआत 11 साल पहले सरोज सोनी ने की थी, जो उस समय एक साधारण आयोजन था, लेकिन अब यह न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बन चुका है, बल्कि सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए भी एक प्रमुख मंच बन गया है. इस वर्ष के आयोजन में धार्मिक अनुष्ठान, भंडारा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रवचन शामिल होंगे, जिनमें श्रद्धालुओं को भक्ति और ज्ञान दोनों का अनुभव मिलेगा. समिति ने सुरक्षा व्यवस्था और ध्वनि प्रबंध पर विशेष ध्यान दिया है ताकि भक्तजन निश्चिंत होकर पूजा-अर्चना कर सकें.
पंडाल की सजावट में अत्याधुनिक
लाइटिंग और कलात्मक डिजाइन का प्रयोग किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को अक्षरधाम मंदिर जैसा दिव्य अनुभव प्राप्त हो सके. जयनगर में इस गणेश महोत्सव का आयोजन स्थानीय लोगों के लिए सामाजिक समरसता और धार्मिक भावना का प्रतीक बन चुका है. 11वें वर्ष में भव्यता के साथ मनाए जाने वाले इस उत्सव के माध्यम से क्षेत्र की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को नयी ऊंचाइयां मिलेंगी. भक्तजन उत्साह से इस आयोजन का इंतजार कर रहे हैं, जहां गणपति बप्पा की विशेष पूजा और विविध कार्यक्रमों का आनंद लिया जाएगा. इस भव्य आयोजन से न केवल जयनगर बल्कि कोडरमा प्रखंड के आस-पास के इलाकों में भी उत्सव की रौनक बढ़ेगी और सभी को एक साथ जुड़ने का अवसर मिलेगा.