अरुण कुमार यादव/न्यूज11 भारत
गढ़वा/डेस्क: झारखंड के पूर्व बाल श्रम आयोग के चेयरमैन सह रंका राज गढ़ के दिलीप सिंह एवं रंका प्रखंड प्रमुख अनुभा सिंह ने दिशोम गुरू शिबू सोरेन के निधन पर शोक व्यक्त किया है.उन्होंने कहा कि इस खबर से मन अत्यंत ही मर्माहत है. दिशोम गुरु शिबू सोरेन को झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ही नहीं पूरे राज्य की जनता बाबा एवं गुरु जी के नाम से संबोधित करती है. गुरु जी 81 वर्ष के उम्र में हम सभी को छोड़कर चले गये. इसकी भरपाई भविष्य में संभव नहीं है. दिशोम गुरु 18 वर्ष के उम्र से ही सेठ-साहूकारों एवं महाजनों के सुदखोरी के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़े. साथ ही झारखण्ड राज्य के निर्माण के लिए आर्थिक नाकेबंदी, धरना-प्रदर्शन, रैली तथा जेल भरो आन्दोलन के फलस्वरूप बिहार सरकार को स्वायत परिषद का गठन करना पड़ा. दिशोम गुरू शिबू सोरेन को इसका अध्यक्ष बनाया गया. झारखण्ड के लड़ाई गुरूजी के नेतृत्व में लड़ी गई जिसमें हजारों लोग शहीद हो गये. परंतु सरकार के सारे यातनाओं सहने के बाद भी झारखण्ड राज्य के लड़ाई को इनके द्वारा कमजोर होने नहीं दिया गया और अविभाजित बिहार राज्य से अलग झारखण्ड राज्य का निर्माण हुआ.साथ ही दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने अपने कार्यकाल में ही गढ़वा जिले के अत्यंत पिछड़ा इलाका कहे जाने वाला रंका को अनुमंडल और डंडा को प्रखंड बनाया था जो अविस्मरणीय है गुरु जी के द्वारा कई ऐसे काम गढ़वा जिले के लिए किया गया है जो उसे भुलाया नही जा सकता!
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