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झारखंड


आजादी के बाद पहली बार अहरी गांव में पहुंचा कोई सांसद, सुखा महुआ लेकर आवभगत को दौड़े लोग

पहाड़ी क्षेत्र से घिरे इस गांव में आने के लिए उबड़- खाबड़, पथरीले और दुर्गम रास्ते हैं
आजादी के बाद पहली बार अहरी गांव में पहुंचा कोई सांसद, सुखा महुआ लेकर आवभगत को दौड़े लोग

प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत 


हजारीबाग/डेस्क: आज़ादी के बाद पहली बार हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के एक गांव के लोगों के चेहरे में मुस्कान दिखी. यहां के लोग बेहद उत्साहित और खुश दिखे. उनकी खुशी की वजह उनके गांव में आजादी के बाद पहली बार अपने क्षेत्र के किसी सांसद का पदार्पण होना था. यह गांव हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के बरही विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत चौपारण प्रखंड चोरदाहा पंचायत अवस्थित ग्राम अहरी है. यह गांव मुख्य सड़क चौराहा चेकपोस्ट से महज़ किलोमीटर पर है. यहां अनुसूचित जाति और जनजाति के करीब 50 घर हैं जहां की आबादी करीब 500 लोगों की है. पहाड़ी क्षेत्र से घिरे इस गांव में आने के लिए उबड़- खाबड़, पथरीले और दुर्गम रास्ते हैं. देश के आजादी के करीब 70 साल बीतने के बाद भी यहां के ग्रामीणों को जर्जर सड़क, बिजली की समस्याओं से जूझना पड़ता है. माध्यमिक स्कूल और स्वच्छ पेयजल की मांग के साथ ग्रामीण 70 सालों से किसी जननेता के आस में टकटकी लगाए हुए थे. 

 

अंततः ग्रामीणों का आस पूरा हुआ और उनके गांव में हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल के आने की आहट मात्र से ही गांव के संपूर्ण लोग एकजुट हो गए और उनके चेहरे खुशी से खिल उठे. भावुक होकर लोगों ने अपने तरीके से पहली बार गांव में पांव पड़े किसी सांसद का आवभगत किया. कोई सूखे महुवा का फल लेकर तो कोई बिस्किट- मिक्सचर लेकर तो पानी लेकर उनके आतिथ्य सत्कार में जुट गया. कई ग्रामीणों की आंखों खुशी से डबडबा गई तो कई नाचने- झूमने लगे. माता- बहनें अपने बच्चों के साथ यहां पहुंचकर तालियां बजा रही थी. इस गांव के लोगों के लिए यह ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण क्षण था जो हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल के साथ उनके जीवन में एक नई उम्मीदों की किरण दिखाई दे रही थी. पहली बार इस गांव के बूथ से भाजपा ने बीते लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी और लोगों ने इसी उम्मीद के साथ मनीष जायसवाल को अपना मत दिया था की उनके लिए वे रहनुमा बनकर उनके बीच आयेंगे .

हुआ भी ऐसा ही हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से पहली बार सांसद बनने के महज़ कुछ महीने बाद ही सांसद मनीष जायसवाल इस गांव के लोगों से मिलने पहुंचे और गांव के लोगों का अपनत्व भरा प्रेम और अनन्य भक्ति देख वे भी भावुक हो गए. उन्होंने गांव के सभी प्रमुख जनों को अंग- वस्त्र भेंटकर सम्मान किया और उनके लिए एक नया सबेरे लाने का वादा किया. कहा की आप जनता के अपार समर्थन, स्नेह- प्यार और आशीर्वाद ने ही मुझे इस काबिल बनाया है की आपके सुख दुख में भागीदार बन सकूं. मैंने लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कहा था कि मैं नेता नहीं आपका बेटा और भाई बनकर आपके बीच रहूंगा और क्षेत्र के विकास के साथ लोगों के उत्थान के लिए कार्य करूंगा.

 

चौपारण प्रखंड के चोरदाहा पंचायत अवस्थित ग्राम अहरी में सांसद मनीष जायसवाल के पहुंचने की आहट अगल-बगल के गांव में पड़ते ही अचानक यहां गांव चर्चा में आ गया. सांसद मनीष जायसवाल के साथ बरही के पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव भी यहां पहुंचे थे. गांव के लोगों ने अनोखे तरीके से दोनों नेताओं का स्वागत किया और आजादी के बाद पहली बार सांसद के गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनका खूब आभार भी जताया.

 

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल की पहचान एक जन नेता के रूप में है. बतौर विधायक 10 वर्षों तक उन्होंने हजारीबाग सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता के लिए बेमिसाल कार्य किया और अब सांसद बनने के बाद लगातार हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र की जनता के बीच बने हुए हैं. हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र की जनता को उन्होंने महज कुछ महीने के कार्यकाल में ही यह एहसास करा दिया है की जनता के हर एक सुख-दुख में हुए भागीदार बन रहे हैं और क्षेत्र और क्षेत्र वासियों के विकास को लेकर कटिबद्ध हैं. लोकसभा के मानसून सत्र के दौरान जहां आपने क्षेत्र और क्षेत्र वासियों की समस्या को लेकर देश के सर्वोच्च सदन पटल पर मुकरता से गूंजते नजर आए उसी प्रकार अहले सुबह से लेकर मध्य रात्रि तक अपना पूरा समय और क्षमता जनहित और क्षेत्र के विकास के लिए झोंक रहें हैं. सांसद मनीष जायसवाल के प्रति जनता का असीम जुड़ाव और प्रेम भी निरंतर बढ़ते जा रहा है. जनता और जननेता के बीच का यह सच्चा प्रेम वर्तमान समय में बिरले ही देखने को मिलता है.

 


 

 
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