न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः डुमरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर चुनावी पारा चरम पर है. चुनावी प्रचार में अब सिर्फ दो दिन बचे हैं और इस बचे हुए दो दिनों में राज्य की सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकतें झोंक दी हैं. राज्य के बड़े कई नेता और मंत्री डुमरी क्षेत्र में कैंप कर रहे हैं.
आज ताबड़तोड़ होंगी चुनावी सभाएं
डुमरी प्रखंड में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो आज रोड शो करेंगे जिसमें प्रदेश बीजेपी के कई नेता रोड शो में शामिल होंगे. वहीं दूसरी ओर नावाडीह प्रखंड में सरकार के मंत्री चंपई सोरेन भी आज चुनावी सभा करेंगे. इसके अलावे मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बना गुप्ता, मंत्री हाफिजुल हसन डुमरी विधानसभा क्षेत्र के कई पंचायतों में चुनावी बैठक करेंगे.
पंचायतों में घूमकर चुनावी प्रचार करेंगे 3 पूर्व मुख्यमंत्री
डुमरी उपचुनाव को लेकर एनडीए की तरफ से राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्री प्रचार-प्रसार के लिए चुनावी मैदान में उतरे है इनमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी शामिल है, वे आज 5-5 पंचायतों का दौरा करेंगे और लोगों से यशोदा देवी के पक्ष में वोट की अपील करेंगे. डुमरी उपचुनाव को लेकर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा निमियाघाट में, पूर्व सीएम रघुवर दास डुमरी में वहीं बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी नावाडीह में चुनाव प्रचार करेंगे.
डुमरी के लोग काम पर वोट करेंगे- सुदेश महतो
बता दें, बीते दिन चुनावी सभा के बाद न्यूज 11 भारत से खास बातचीत में आजसू प्रमुख सुदेश महतो कहा था कि जिन्हें वह गढ़ कहते थे जहां उनकी दबिश चलती थी लाठी चलती थी..उन घरों के ताले टूट गए हैं. डुमरी के लोग बाहर निकालकर एनडीए जिंदाबाद..यशोदा देवी जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजनीतिक काम पर होता है और लोग काम पर वोट करेंगे, किसी के भावना में बहककर नहीं. सुदेश महतो ने कहा कि स्वर्गीय जगरनाथ महतो को सबने सम्मान और श्रद्धांजलि दिया. उन्होंने कहा कि मेरे 25 साल के राजनीति में मैंने कभी किसी को लेकर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं किया. मेरे परिवार की बहू है मुझे दुख लगा इसलिए मैंने कहा, आपने तो डुमरी का अपमान किया. जगरनाथ दा शिक्षा मंत्री थे आपने दिया या लिया यह तय कीजिए.
जबतक जिंदा हूं मां के साथ हूं- प्रदीप, यशोदा देवी के बेटे
एनडीए प्रत्याशी यशोदा देवी के बेटे प्रदीप से भी न्यूज11 भारत ने खास बातचीत की. इस दौरान यशोदा देवी के बेटे ने कहा कि लोगों के बीच पहुंचकर अपनी मां के संघर्षों को बता रहा हूं. लोगों का अच्छा रिस्पांस है लोग डुमरी में बदलाव चाहते हैं, चुनाव में लगातार मंच साझा करने के कारण मेरी तबीयत थोड़ी और बिगड़ गई है. उन्होंने कहा कि मैंने मौत को करीब से देखा है कभी-कभी मंच से बोलते बोलते मैं भावुक हो जाता हूं क्या करूं इंसान हूं आखिर मौत से तो सभी को डर लगता है. आगे यशोदा देवी के बेटे प्रदीप ने कहा कि मां हमेशा मना करती है. कितना भी रोको अपने आप को लेकिन मन नहीं मानता क्योंकि मां को सपोर्ट की जरूरत है, क्योंकि पिताजी नहीं है. उसने कहा कि जब तक जिंदा हूं मां के साथ हूं.