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रांची/डेस्क: संसद रत्न पुरस्कार 2025 के लिए झारखंड के दो सांसदों का चयन किया गया है. देशभर के 17 सांसदों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है, जिसमें गोड्डा से भाजपा सांसद डॉ निशिकांत दुबे और जमशेदपुर से सांसद विद्युत वरण महतो शामिल हैं. संसद रत्न पुरस्कार 2025 सांसदों के गैर सरकारी विधेयक लाने, संसद में सवाल पूछने, बहसों में हिस्सा लेने समेत कई अन्य कार्यों के आधार पर प्रदान किया जाता है.
सदन के अंदर काफी मुखरता से अपनी बात रखने के लिए जाने जाते हैं निशिकांत दुबे
गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे सदन के अंदर काफी मुखरता से अपनी बात रखने के लिए जाने जाते हैं. उनका योगदान लोकसभा में उल्लेखनीय है. निशिकांत दुबे सदन के अंदर सक्रियता, बहस में भागीदारी, प्रश्न पूछने और विधायी कामकाज में सक्रिय रहते हैं, इस वजह से उन्हें ये पुरस्कार दिया जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये पुरस्कार 2010 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के सुझाव पर शुरू किया गया था.
केंद्र की प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा
बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के जीरो टॉलरेंस की नीति को दुनिया के 33 देशों तक पहुंचाने के लिए भारत की ओर से 7 प्रतिनिधिमंडल बनाए गए हैं. जिसमें कुल 59 सदस्य शामिल हैं. इस प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य निशिकांत दुबे भी हैं. वह टीम लीडर, सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में किंगडम ऑफ सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया का दौरा करेंगे.
सांसद विद्युत वरण महतो को लगातार तीसरी बार पुरस्कार
वहीं जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो को लगातार तीसरी बार ये पुरस्कार दिया जा रहा है. सदन के अंदर सबसे अधिक सवाल पूछने वालों में विद्युत वरण महतो शीर्ष 9 सांसदों में 7वें नंबर पर रहे. जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो की सांसद में उपस्थिति शत-प्रतिशत रही है. उन्होंने सम्मान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जमशेदपुर-झारखंड की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया है.