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रांची/डेस्क: झारखंड ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा किए गए 15 इंजीनियरों के तबादले ने विभाग में नई चर्चा छेड़ दी है. खासकर 2013 बैच के चंदन कुमार (3) को मुख्य अभियंता कार्यालय, रांची में सचिव (प्रावैधिकी) का अतिरिक्त प्रभार मिलने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है, क्योंकि अब वे अपने से 12 साल सीनियर इंजीनियर के भी बॉस बन गए हैं.
चंदन कुमार को पहले चक्रधरपुर में पदस्थापित किया गया था, लेकिन अब उन्हें कार्यपालक अभियंता, रांची बनाते हुए सचिव (प्रावैधिकी) का भी अतिरिक्त दायित्व दिया गया है. यह पद अधीक्षण अभियंता स्तर का है. इस कारण अब उनके अधीन 2001 बैच के सुशील कुमार झा, 2007 बैच के अशोक कुमार, नीरज कुमार मिश्र, राजेश रजक और राजकुमार टोप्पो जैसे अधिकारी भी काम करेंगे.
इसी तरह एक और मामला इंजीनियर श्रवण कुमार से जुड़ा है, जो वर्तमान में बोकारो के कार्यपालक अभियंता हैं, लेकिन उन्हें गिरिडीह के अधीक्षण अभियंता और ग्रामीण कार्य विभाग, रांची के मुख्य अभियंता का अतिरिक्त प्रभार भी मिला है. यानी वे कार्यपालक अभियंता से लेकर मुख्य अभियंता तक की जिम्मेदारी खुद ही संभाल रहे हैं.
अन्य प्रमुख तबादले इस प्रकार हैं:
- अशोक कुमार को डल्टनगंज स्थानांतरित किया गया
- विशाल खलखो को चक्रधरपुर
- नीरज मिश्र को जमशेदपुर
- राजेश रजक को क्वालिटी कंट्रोल, डल्टनगंज
- सुशील कुमार झा को मुख्य अभियंता कार्यालय में मॉनिटरिंग का प्रभार
- प्रयाग कुमार सिंह को धनबाद और विनोद कुमार को रामगढ़ भेजा गया
इस तबादले सूची को लेकर विभागीय हलकों में खासी चर्चा है, क्योंकि इसमें सीनियरिटी को दरकिनार कर जूनियर्स को उच्च पदों पर बैठाने का आरोप लग रहा है. अधिकारियों में असंतोष भी देखा जा रहा है, लेकिन विभाग की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.