संतोष श्रीवास्तव /न्यूज़ 11भारत
पलामू /डेस्क..पलामू प्रक्षेत्र के पुलिस डीआईजी नौशाद आलम ने पुलिस थानों और कार्यालयों में लगातार बढ़ रही लापरवाही पर कड़ा संज्ञान लिया है.उन्होंने प्रक्षेत्र के सभी थानों को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनमें स्पष्ट किया गया है कि बिना निर्धारित वर्दी और स्पष्ट नेमप्लेट के ड्यूटी करना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.इस कदम का उद्देश्य पुलिस विभाग की पेशेवर छवि को बनाए रखना और आम जनता के लिए पुलिसकर्मियों की पहचान को आसान बनाना है.
डीआईजी के निर्देश: लापरवाही पर नकेल कसने की तैयारी
डीआईजी कार्यालय से जारी आदेश में इस बात पर जोर दिया गया है कि कई थानों में ओडी पदाधिकारी (ऑन-ड्यूटी अधिकारी), सिरिस्ता कर्मी (क्लर्कियल स्टाफ) और अन्य पुलिसकर्मी अक्सर बिना निर्धारित विभागीय वर्दी और स्पष्ट नेमप्लेट के ड्यूटी करते पाए जा रहे हैं.नौशाद आलम ने इसे गंभीर कदाचार और पुलिस आचरण संहिता के साथ-साथ विभागीय अनुशासन का सीधा उल्लंघन माना है.उनका मानना है कि ऐसी स्थिति न केवल आम जनता को पुलिसकर्मियों को पहचानने में असुविधा पैदा करती है, बल्कि यह पूरे पुलिस विभाग की पेशेवर गरिमा को भी धूमिल करती है.
अनिवार्य ड्रेस कोड और पहचान
जारी दिशा-निर्देशों में निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है:
* पूर्ण वर्दी और नेमप्लेट: सभी थाना, पोस्ट, पिकेट, पुलिस केंद्र और कार्यालयों में कार्यरत प्रत्येक पुलिसकर्मी के लिए यह अनिवार्य होगा कि वे ड्यूटी के दौरान पूर्ण विभागीय वर्दी पहनें.इसके साथ ही, स्पष्ट नाम-पट्टी (नेमप्लेट) लगाना और मानक जूते पहनना भी आवश्यक होगा.
* ओडी पदाधिकारी की 24 घंटे की वर्दी: खासकर सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक की पहली पाली में तैनात ओडी पदाधिकारी को 24 घंटे पूर्ण वर्दी में रहना होगा।
पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए नए नियम
डीआईजी नौशाद आलम ने पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए कुछ और महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं:
* सुव्यवस्थित ड्यूटी रोस्टर: सभी थानों को पुलिसकर्मियों की ड्यूटी का एक विस्तृत, सुव्यवस्थित और हस्ताक्षरित रोस्टर तैयार करना होगा.इस रोस्टर में सभी पुलिसकर्मियों को उनके कर्तव्य स्पष्ट रूप से आवंटित किए जाएंगे।
* दैनिक बैठक और अनिवार्य ग्रुप फोटो:
सभी थाना प्रभारी को प्रतिदिन सुबह एक बैठक आयोजित करनी होगी.इस बैठक में वे दिन की ड्यूटी तय करेंगे और पिछले दिन के कार्यों की समीक्षा करेंगे.बैठक के बाद, सभी पुलिसकर्मियों का एक समूह छायाचित्र (ग्रुप फोटो) लेना अनिवार्य होगा.इस फोटो में सभी पुलिसकर्मी वर्दी और नेमप्लेट में स्पष्ट रूप से दिखने चाहिए.यह फोटो और एक विस्तृत रिपोर्ट प्रतिदिन डीआईजी कार्यालय के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजना अनिवार्य किया गया है.
उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी
इस आदेश की एक प्रति पुलिस अधीक्षक लातेहार, गढ़वा, पलामू सहित पलामू प्रक्षेत्र के सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों और निरीक्षकों को भेजी गई है.डीआईजी नौशाद आलम ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि इन निर्देशों का उल्लंघन करने वाले किसी भी पदाधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें विभागीय जांच का सामना करना पड़ेगा.यह कदम पलामू प्रक्षेत्र में पुलिसिंग के स्तर को सुधारने और अनुशासन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है.