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रांची/डेस्क: आज पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड की अध्यक्षता में 23वीं Onshore Security Coordination Committee (OSCC) की बैठक आयोजित की गई. उक्त बैठक में ओएनजीसी, आईओसीएल एवं गेल के झारखण्ड में स्थित विभिन्न प्रतिष्ठानों में समस्या, समाधान एवं आपसी समन्वय से संबंधित बातों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई.
बैठक में सर्वप्रथम अजय दीक्षित, कार्यकारी निदेशक, मुख्य सुरक्षा, ओएनजीसी बोकारो द्वारा पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया साथ राज्य से नक्सलियों एवं अपराधिक गिरोहों पर शिकंजा कसने पर बधाई दिया एवं स्थानीय स्तर पर पुलिस द्वारा मिलने वाला सहयोग की प्रशंसा किया.. तदोपरान्त बैठक में उपस्थित अजय दीक्षित, कार्यकारी निदेशक, मुख्य सुरक्षा ओएनजीसी, एस मजुमदार, जीएम (एचआर), ईआरपीएल, आईओसीएल, सौरभ तोलंबिया, आईपीएस, एडवाइजर (सुरक्षा), गेल (इंडिया) लिमिटेड एवं ओएनजीसी/ आईओ सीएल/गेल के अन्य पदाधिकारियों ने झारखण्ड स्थित ओएनजीसी, आईओसीएल एवं गेल के विभिन्न प्रतिष्ठानों में उत्पन्न समस्याओं, उसके समाधान, आपसी समन्वय तथा 22वीं ओएससीसी की बैठक में लिये गये निर्णय पर बिन्दुवार चर्चा किये.
बैठक में ओएनजीसी, आईओसीएल एवं गेल के स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा प्रतिष्ठान एवं कार्य करने में आ रही समस्याओं को रखा गया एवं उसके ऑप्रेशनल एरिया में आ रही समस्याओं को पुलिस एवं स्थानीय ग्रामीणों से समन्वय स्थापित कर हल करने पर जोर दिया गया.
पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड के द्वारा आपस में लगातार सूचनाओं का आदान-प्रदान करने पर बल दिया गया, ताकि छोटी से छोटी समस्याओं का भी त्वरित गति से सुगमता पूर्वक समाधान हो सके साथ ही उन्होंने इन सभी पीएसयू के अधिकारियों को अपने कार्य क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा सीसीटीभी कैमरा, जीपीएस मॉनिटरींग सिस्टम आदि तकनिकी उपकरण लगाने हेतु सुझाव दिया.. सभी प्रतिष्ठानों के समस्याओं वाली जगहों को हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित कर उसके समाधान की दिशा में अग्रतर कार्रवाई करने, डिपो/टर्मिनल के आस-पास ढाबा / दुकानों पर विशेष निगरानी रखने एवं पूर्व में पीएसयू से संबंधित लंबित कांडों का त्वरित गति से निष्पादन करने का निर्देश संबंधित पुलिस अधीक्षकों को दिया.
उन्होंने इन पीएसयू से संबंधित आपराधिक गिरोह के विरुद्ध उचित धारा में कांड दर्ज कर कठोर से कठोर कार्रवाई करने, सीमावर्ती राज्यों के साथ आपसी समन्वय स्थापित कर अंर्तराज्यीय गिरोह के अपराधियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई के साथ अपराध से अर्जित अवैध संपति को चिन्हित कर वांछित कार्रवाई करने पर विशेष बल दिया.. इन पीएसयू के महत्वपूर्ण स्थापनाओं को लेकर नो ड्रोन फ्लाई जोन पर विशेष बल दिया गया.. सुरक्षा की दृष्टिकोण से इन पीएसयू के महत्वपूर्ण स्थापनाओं के कुछ क्षेत्रों में जंगल में आग लगा दी जाती है, जिससे खतरा उत्पन्न हो जाता है, इस संबंध में लोंगों को विशेष तौर पर जागरूक करने की कार्रवाई की जाय.. देश की सुरक्षा के मद्देनजर उक्त संदर्भ में संवेदनशीलता को प्राथमिकता दी जाय.
पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड ने यह भी निर्देश दिया कि आने वाले नये प्रोजेक्ट हेतु भूमि अधिग्रहण, विधि-व्यवस्था एवं पाइपलाईन से तेल चोरी के अन्तराज्यीय गिरोह से संबंधित सूचनाओं का आदान-प्रदान संबंधित जिला के पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ पुलिस मुख्यालय के नोडल पदाधिकारी से भी किया जाय.. चूँकि नई परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण एक चुनौती है, जिसे जिला में कार्यरत सभी एजेन्सियों को ग्रामीणों के साथ लगातार संयुक्त प्रयास से हल किया जा सकता है. इस बैठक के दौरान स्थानीय एवं जिला स्तर पर भी लगातार समन्वय समिति की बैठक करने पर जोर दिया गया.
बैठक के अंत में टीआर उन्नीकृष्णन नायर, एसेट मैनेजर, सीबीएम एसेट ओएनजीसी बोकारो द्वारा पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड अनुराग गुप्ता को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया तथा पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड अनुराग गुप्ता द्वारा अजय दीक्षित, कार्यकारी निदेशक, मुख्य सुरक्षा, ओएनजीसी बोकारो, अपर पुलिस महानिदेशक (अभि) डॉ संजय आनन्दराव लाठकर द्वारा टीआर उन्नीकृष्णन नायर, एसेट मैनेजर, सीबीएम एसेट ओएनजीसी बोकारो, पुलिस महानिरीक्षक (विशा), प्रभात कुमार द्वारा रथिस कुमार दास, ईडी (ओ एंड एम ईआर), गेल राँची, पुलिस उप-महानिरीक्षक (अपअनुवि) झारखण्ड, मती संध्या रानी मेहता द्वारा सौरभतोलंबिया, आईपीएस, एडवाइजर (सुरक्षा), गेल (इंडिया) लिमिटेड एवं पुलिस अधीक्षक (विशा), मती मूमल राजपुरोहित द्वारा राजेश कुमार, जीएम (एचआर), एसईआरपीएल, भुवनेश्वर को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड के अतिरिक्त डॉ संजय आनन्दराव लाठकर, अपर पुलिस महानिदेशक (अभियान), अमोल विनुकांत होमकर, पुलिस महानिरीक्षक (अभि) झारखण्ड, प्रभात कुमार, पुलिस महानिरीक्षक (विशा), मती संध्या रानी मेहता, पुलिस उप-महानिरीक्षक (अपअनुवि) झारखण्ड, मती मूमल राजपुरोहित, पुलिस अधीक्षक (विशा) एवं अमित रेणु, पुलिस अधीक्षक (अभियान) भौतिक रूप से एवं वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक राँची / बोकारो / दुमका, क्षेत्रीय पुलिस उप-महानिरीक्षक बोकारो / दुमका / हजारीबाग, वरीय पुलिस अधीक्षक राँची / धनबाद एवं पुलिस अधीक्षक हजारीबाग / बोकारो / रामगढ़ / देवघर/जामताड़ा/सिमडेगा एवं खूँटी उपस्थित रहे.