प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: चुरचू प्रखंड के चरही मंडाटांड में हरेक वर्ष की भांति इस वर्ष भी भक्ति व आस्था का महापर्व, संस्कृति व परंपराओं के साथ शिव भक्तों द्वारा जलते अंगारों पर चलने के बाद 50 फीट ऊंचे लट्ठा में कील से बांधकर परिक्रमा करने के साथ बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ आयोजित मेला संपन्न हो गई. इस महापर्व की शुरुआत एक पखवाड़े पूर्व कलश स्थापना के साथ हुई. इस बीच शिव भक्तों द्वारा तपती गर्मी में भी नंगे पांव चलकर घर-घर भिक्षाटन किया गया और माता पार्वती को वस्त्र पहनाकर सुशोभित की गई. साथ ही साथ शिव भक्तों द्वारा संस्कृति व परंपराओं के साथ मधुर गीत गाकर गांव समेत पूरे क्षेत्र को भक्तिमय हो गया.
वहीं बैशाख पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गुरुवार की शाम मेले का आयोजन किया गया. जो ज्येष्ठ एकादश शुक्रवार को संपन्न हो गई. इस मेले में जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम, छउ डांस तथा नागपुरी गीत प्रतिष्ठित कलाकारों द्वारा प्रस्तुत कर मेले में आए लोगों के मन मोह लिया. वहीं मेले में मनोरंजन के रंग-बिरंगी छोटे-बड़े दुकानों के साथ-साथ कई तरह के झूले भी लगाए गए. जिसका आनंद मेले में मौजूद लोगों ने खूब उठाया. गुरुवार की सुबह से ही लगभग 300 शिव भक्तों व उनके परिजनों ने दिनभर स्नान कर शाम को लोटन पूजा की गई. जिसमें सभी शिव भक्तों ने अपनी आस्था का जीवंत रूप दिखाया. उसके बाद अहले सुबह शुक्रवार को नन्हे-नन्हे बच्चों से लेकर कई लोगों ने जलते अंगारों पर चलकर आस्था व परंपरा की मिसाल कायम की.
शुक्रवार सुबह होते ही सभी शिव भक्तों को बारी-बारी से 50 फीट ऊंचे लट्ठे में बांधकर तथा शिव भक्तों के पीठ में लोहे की कील लगाकर झुलाया गया और इसी के साथ मंडा मेला संपन्न हो गई. लट्ठे में झूलते शिव भक्तों ने झुकते समय ऊपर से फूल बरसाया गया. जिसको नीचे लपकने व पकड़ने को लेकर श्रद्धालुओ में काफी उमंग और उत्साह देखने को मिला. बीते वर्षों से कोरोना महामारी के कारण मेले का आयोजन नहीं किया जा सका था जिसके परिणाम इस वर्ष काफी भीड़ देखने को मिली.
इस मेला को सफल बनाने को लेकर मुख्य रूप से मुख्य पुजारी ललन पंडित, मेघनाथ करमाली, गोविंद भोक्ता, उमेश ठाकुर, रविन्द्र करमाली, जवाहर करमाली, मंडा पूजा अध्यक्ष कुलेश्वर करमाली, कोषाध्यक्ष इंदर करमाली, भुनेश्वर ठाकुर, उमेश सिंह, मुरारी सिंह, किसून महतो, ललन कुमार शर्मा, रमेश करमाली, बासदेव करमाली, सन्नी करमाली, बैजू करमाली, जंगल करमली, गोपाल करमाली ,रौशन कुमार, रोनित करमाली, कासी गंझु , ललन शर्मा सहित मेले में असंख्य महिला पुरुष मौजूद होकर मेले का खूब आनंद उठाया.