आशिष शास्त्री/न्यूज11 भारत
सिमडेगा/डेस्क: जंगलों पहाड़ों से भरी प्राकृतिक सौंदर्य का जिला सिमडेगा के अब दूषित मानसिकता से विकृत होने लगा है. सिमडेगा में सुरक्षित नहीं हैं बेटियां, क्योंकि जिले में बढ़ने लगी है दुष्कर्म की घटनाएं. जो जिले के लिए एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आ रहा है. सिमडेगा में सुरक्षित नहीं है बेटियां. हाल के दिनों में बेतहाशा बढ़ी है दुष्कर्म की घटनाएं. विकृत होने लगा है युवा पीढ़ी. सिमडेगा में पिछले छह महीनों में अगर सरकारी आंकड़ों को देखें तो पिछले सात माह में लगभग चार दर्जन दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं. जो जिला प्रशासन,पुलिस प्रशासन और समाज पर उंगली उठाने लगा है कि आखिर ये क्या और क्यों हो रहा है सिमडेगा में. क्यों सिमडेगा का शुद्ध वातावरण विकृत होने लगा है. क्या हो गया है यहां की युवा होती पीढ़ी को.
पुलिस आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष जनवरी माह में दुष्कर्म के 12 घटनाएं दर्ज की गई थी. वही फरवरी माह में दुष्कर्म पीछे घटनाएं, मार्च महीने में दुष्कर्म की पांच घटना, अप्रैल में दुष्कर्म की आठ घटनाएं, मई में दुष्कर्म की तीन घटनाएं, जून में 05 घटनाएं और जुलाई में दुष्कर्म की 07 घटनाएं सामने आई है. सिमडेगा में पैदा होते ऐसे विकृत परिवेश को देख कर नेता और समाज सेवी भी काफी चिंतित है. इस संदर्भ में जब हमने सिमडेगा की आदिवासी कांग्रेस नेता दिलीप तिर्की से बात की तो उन्होंने कहा कि इस दिशा में जिले के लिए कोई एक्शन प्लान नहीं बना है जो विकृत होते समाज को सही दिशा दे सके. साथी उन्होंने कहा कि दुष्कर्म जैसी घटनाओं को रोकने में पुलिस भी विफल नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि एक तरफ जिले में दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही है और दूसरी तरफ जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन इसे रोकने के लिए जागरूकता चलाने की जगह अन्य कार्यक्रमों में मशगूल नजर आ रही है. उन्होंने सिमडेगा जिला प्रशासन से व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की मांग की है. जिससे ऐसी घटनाओं पर रोक लगा सके और यहां की बेटियां सुरक्षित रह सके.
सिमडेगा के परिवेश में युवा पीढ़ी में आई मानसिक विकृति और बढ़ी दुष्कर्म मामले पर चिंता जाहिर करते विहिप सिमडेगा के जिला अध्यक्ष कौशल सिंह राज देव ने कहा कि दुष्कर्म के मामलों में ज्यादातर लव जिहाद से जुड़े मामले नजर आते हैं. जो गंभीर मामला है. उन्होंने पुलिस प्रशासन से दुष्कर्म मामले में कड़े एक्शन लेने और उसे मीडिया तक लाने की मांग की है. जिससे दुष्कर्म करने का विचार रखने वालों तक कड़ी करवाई का संदेश मिल सके.
जिले में बढ़ते दुष्कर्म के मामलों पर जब सिमडेगा डीसी कंचन सिंह से बात की गई तो उन्होंने भी ऐसी घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि, सिमडेगा जिला प्रशासन जल्द ही व्यापक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाएगी. जिससे युवा पीढ़ी जागरूक होते हुए दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने में अपना सहयोग दे सकें.
सिमडेगा में बढ़ती दूषित मानसिकता निश्चित रूप से काफी गंभीर है. अगर समय रहते अगर दुष्कर्म की ऐसी घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया गया तो आने वाले समय में परिणाम काफी भयावह हो जाएगा.