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रांची/डेस्क: झारखंड में 26,001 पदों पर सहायक आचार्य शिक्षक नियुक्ति 2023 का मामला लगातार गरमाता जा रहा हैं. अभ्यर्थियों ने परीक्षा परिणाम में बड़ी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो(CBI) से मामले की जांच कराने की मांग की हैं.
क्या है पूरा मामला?
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा 26,001 पदों के लिए सहायक आचार्य की नियुक्ति निकाली गई थी. इनमें से अब तक केवल 10,573 पदों के लिए ही परिणाम प्रकाशित किए गए है, जबकि 15,428 पदों की नियुक्ति को फिलहाल रोक दिया गया हैं. अभ्यर्थियों का मुख्य आरोप है कि परिणाम तैयार करने में आरक्षण नियमों की अनदेखी की गई हैं.
अभ्यर्थियों का आरोप है कि अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) श्रेणियों को आरक्षण में मिलने वाली छूट नहीं दी गई. कार्मिक विभाग की नियुक्ति नियमावली में सामान्यीकरण का कोई जिक्र नहीं था, इसके बावजूद इसे परिणाम में शामिल किया गया, जिससे कई अभ्यर्थियों के अंक प्रभावित हुए. अभ्यर्थियों का यह भी आरोप है कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में सफल उम्मीदवारों को बिना किसी नोटिस के सीधे परिणाम बाहर कर दिया गया.
बता दें कि, पहली बार में मैथ और साइंस विषय का रिजल्ट प्रकाशित किया गया था. वहीं दूसरी बार में भाषा का रिजल्ट प्रकाशित किया गया था. तीसरी बार में SST का रिजल्ट प्रकाशित किया गया और और चौथी बार में 1-5 क्लास के लिए रिजल्ट प्रकाशित किया गया था. जिसके बाद होल्ड पदों की रिजल्ट प्रकाशित करने की अभ्यर्थियों ने मांग की हैं.