कृपा शंकर/न्यूज 11 भारत
बोकारो/डेस्क:- बोकारो आरपीएफ में सहायक उप निरीक्षक पद पर कार्यरत आशिष रंजन के नेतृत्व में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट टीम काम कर रही थी. गुरुवार 1:30 बजे धनबाद एलेप्पी एक्सप्रेस ट्रेन में गस्त दल के आरक्षी जयराम महतो से टीम को सूचना मिली कि धनबाद-एलेप्पी से एक संदिग्ध व्यक्ति द्वारा दो नाबालिग लड़कों को ले जाया जा रहा है. आरक्षी जयराम महतो कतरासगढ़ से बोकारो तक एलेप्पी एक्सप्रेस के गस्ती दल में शामिल थे. सूचना पाकर रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी, जवान, सीपीडीएस टीम, अपराध शाखा टीम आद्रा, आशीष रंजन के नेतृत्व में बोकारो रेलवे स्टेशन पर तैनात हो गई. एलेप्पी एक्सप्रेस पहुंचते ही टीम ट्रेन की बोगी संख्या- S-4 में पर सवार हो गई. उपरोक्त संदिग्ध व्यक्ति सुरेश मुर्मू से पूछ-ताछ किया. संदिग्ध सुरेश मुर्मू के साथ 02 नाबालिग लड़के थे. आगे पूछताछ करने पर वह कोई भी सही तरीके से समुचित जवाब नहीं दे पाया. इसके बाद टीम ने दोनों नाबालिग सहित संदिग्ध व्यक्ति को ट्रेन से उतारा. दोनों नाबालिग सहित मानव तस्करी में पकड़े गए, सुरेश मुर्मू को आरपीएफ ने शुक्रवार को जीआरपी थाना के हवाले कर दिया गया. वहीं, जीआरपी थाना आगे की कार्रवाई के लिए सभी को लेकर रांची गई.
नाबालिग के घर वालों को बिना बताए ले जाया जा रहा था दोनों नाबालिग-
23 वर्षीय सुरेश मुर्मू ने बताई कि वह इन दोनों लडको को बीरबल किस्कू के कहे अनुसार अपने साथ मजदूरी कराने के लिए सचिन मंडल के पास नेल्लोर, आंध्रप्रदेश ले जा रहा था. उनकी गतिविधि एवं बातचीत संदेहास्पद होने के कारण सभी का परिचय पत्र जांच किया गया. हयूमन ट्रैफिकिंग का अंदेशा होने पर उक्त व्यक्ति को दोनों नाबालिगों के साथ बोकारो स्टेशन के प्लेटफार्म न.- 02 पर उतारा गया. उनके यात्रा का प्रमाण जांच करने पर पाया कि उनके पास उक्त ट्रेन का अतिरिक्त यात्रा किराया टिकट मिला, जिसका न.- 742648, धनबाद से नेल्लोर तक का है. सुरेश मुर्मू ने बताई की वह इन दोनों को बहला-फुसला कर इनके माता-पिता को जानकारी दिए बिना मजदूरी कराने के लिए धनबाद- एलेपी एक्सप्रेस से नेल्लोर, आंध्रप्रदेश ले जा रहा है. 17 तथा 13 वर्ष के दोनों नाबालिग जामताड़ा जिला अंतर्गत करमाटांड़ थाना क्षेत्र का रानीटांड़ का रहने वाला है. जिसे ले जाने के लिए ओडिशा के मलखानीगिरी निवासी सचिन मंडल(35 वर्ष) ने लखनपुर, थाना करमाटांड़, जामताड़ा निवासी बीरबल किस्कू के बैंक खाते पर मोटी रकम भेजी गई. इस रकम से 14 हजार रुपए बीरबल किस्कू ने सुरेश मुर्मू को दिया. बताया जाता है कि इस कार्य के लिए सचिन मंडल को किसी कम्पनी द्वारा कमीशन दिया जाता है. कमीशन के लालच में सचिन मंडल के द्वारा नाबालिग बच्चे सप्लाई करने के लिए बीरबल किस्कू एवं सुरेश मुर्मू भी पर्याप्त कमीशन दिया जाता है.
तीन के खिलाफ मामला दर्ज-
जीआरपी थाना बोकारो में शुक्रवार को सुरेश मुर्मू सहित बीरबल किस्कू, सचिन मंडल के खिलाफ मानव तस्करी किये जाने के संबंध में मामला दर्ज किया.
ये हुआ बरामद -
सुरेश मुर्मू के पास से Realmi का एक मोबाइल जिसका IMEI1- 868273063232510/41 & IMEI2- 868273063232502/41 जिसमे एक सिम लगा है. एक अतिरिक्त यात्रा किराया टिकट एवं नगद रूपये 10000 को स्वतंत्र गवाहों के समक्ष विधिवत जब्त किया गया