न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच बिहार की राजनीति में एक अहम मोड़ सामने आया है. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) जल्द ही बिहार महागठबंधन का हिस्सा बन सकता है. सूत्र बताते हैं कि गठबंधन में जेएमएम को 4 से 5 लोकसभा सीटें दी जा सकती हैं. यह सीटें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अपने कोटे से देगा. अगर अंतिम सहमति बनती है, तो यह पहली बार होगा जब जेएमएम बिहार की राजनीति में इतने बड़े स्तर पर भागीदारी निभाएगा.
बैठक टली, लेकिन संकेत साफ हैं
इस संबंध में 2 जुलाई को रांची में एक अहम बैठक प्रस्तावित थी, जिसमें खुद राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शामिल होने वाले थे. लेकिन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली प्रवास के चलते यह बैठक स्थगित कर दी गई. बैठक की नई तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज है कि जेएमएम की एंट्री से महागठबंधन को झारखंड सीमावर्ती इलाकों में मजबूत बढ़त मिल सकती है.
राजद देगा सहयोग
महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर राजद की भूमिका अहम मानी जा रही है. जानकारों का कहना है कि जेएमएम को दी जाने वाली सीटें राजद अपने हिस्से से देगा, जिससे यह गठबंधन ज्यादा समावेशी और क्षेत्रीय संतुलन को साधने वाला बन सके. अगर यह गठजोड़ अंतिम रूप लेता है, तो न सिर्फ बिहार की राजनीतिक तस्वीर बदलेगी, बल्कि झारखंड और सीमावर्ती क्षेत्रों में भी चुनावी समीकरणों पर इसका प्रभाव साफ दिखेगा.