पहले चरण में 34,800 किमी सड़क निर्माण की तैयारी, वाराणसी व वासुकीनाथ जैसे तीर्थस्थलों तक पहुंच होगी सुगम
प्रशांत/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: भारत माला परियोजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय राजमार्ग विकास योजना देश के सड़क नेटवर्क को सबसे मजबूत करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है. इस परियोजना के तहत झारखंड के जिले से होकर गुजरने वाली फोरलेन सड़क जो वाराणसी (उत्तर प्रदेश) से होते हुए विहार के कई जिलों को पार करते हुए झारखंड के रामगढ़ जिले से पश्चिम बंगाल तक पहुंचती है, क्षेत्रीय विकास और कनेक्टिविटी के लिए यह राजमार्ग एक महत्वपूर्ण कदम है.
परियोजना के पहले चरण में 34,800 किलोमीटर राजमागों का निर्माण 5.35 लाख करोड़ रुपये की मूल अनुमानित लागत से किया जा रहा था, जो अब बढ़कर 8.5 लाख करोड़ के बाद 10.64 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. विशेष रूप से कोडरमा बरही खंड, जिसकी लागत 825 करोड़ रुपये है, 80 प्रतिशत से अधिक पूरा हो चुका है. यह खंड 2025 के अंतिम महिनों तक पूर्ण होने की संभावना है. ये सड़क वाराणसी से होते हुए बिहार के औरंगाबाद, गया और नवादा, फिर झारखंड के हजारीबाग, रामगढ़, और कोडरमा से होकर पश्चिम बंगाल के फरक्का और मिर्जाचौकी तक जाएगी.
रामगढ़ के औद्योगिक क्षेत्रों में माल परिवहन आसान होगा
जानकारी के अनुसार इसमें साहिबगंज में 1.67 किमी लंबी सुरंग भी शामिल है. यह मार्ग 26,000 किमी से अधिक लंबे आर्थिक गलियारों का हिस्सा है, जो माल दुलाई की दक्षता को 80 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य रखता है. इस सड़क से यात्रा समय में बचत और फर्राटेदार सड़क के कारण सड़क सफर सुरक्षित और आसान हो जाएगा. जिससे झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के बीच व्यापार, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. रामगढ़ के औद्योगिक क्षेत्रों में माल परिवहन आसान होगा और वाराणसी व बासुकीनाथ जैसे तीर्थस्थलों तक पहुंच सुगम होगी. भारतमाला परियोजना से रोजगार सृजन जाम में कमी और स्मार्ट तकनीकों (जैसे ड्रोन और एआई-एमसी) के उपयोग से निर्माण की गुणवत्ता में सुधार होगा.
कुल मिलाकर यह सड़क न केवल कनेक्टिविटी बढ़ाएगी, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति देगी. यह फोरलेन सड़क पुरे भारत को एक माला में पिरोकर विकास की गाथा लिखेगी. जानकारी के अनुसार यह परियोजना गुजरात और राजस्थान से शुरू होकर, पंजाब की ओर चलेगी और फिर पूरे हिमालयी राज्यों-जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और तराई इलाकों के साथ उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमाओं को कवर करेगी और पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और मिजोरम में भारत-म्यांमार की सीमा तक जाएगी. भारत माला परियोजना के तहत रामगढ़ जिले में फोरलेन सड़क का निर्माण किसी वरदान से कम नहीं है. यह सड़क झारखंड की राजधानी रांची से सटा हुआ रामगढ़ जिला होकर गुजरती है, जो झारखंड के व्यवसाय में जबरदस्त उछाल लाएगी. बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल से बढ़ते आवागमन के साथ यह सड़क कारोबार को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.