प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: बरही एसडीपीओ सुरजीत कुमार के खिलाफ बरही विधायक उमाशंकर अकेला ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने एसडीपीओ पर कई गभीर आरोप लगाये हैं, मामले की षिकायत डीजीपी से करने की बात उन्होंने कहीं हैं. 4 अगस्त को एनएच आईबी में प्रेस वार्ता आयोजित कर उन्होंने कहा कि बरही के पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव के दबाव में एसडीपीओ काम कर रहे हैं. अफीम तस्कर और शराब माफियाओं को बचाया जा रहा हैं. उन्होंने बताया कि बीते 1 जून को चौपारण के बगनबीघा निवासी संतोष यादव पिता प्रयाग यादव के घर पुलिस ने छापेमारी कर अफीम और डोडा मशीन जब्त किया. मामले को लेकर चौपारण पुलिस ने नशीले पदार्थ रखने के जुर्म में कांड संख्या 187/24 दर्ज करते हुए संतोष यादव को प्राथमिकी अभियुक्त बनाया, परंतु पूर्व विधायक मनोज यादव के दवाब में एसडीपीओ ने सुपरविजन रिपोर्ट ही बदल दिया. विधायक ने एसडीपीओ पर आरोप लगाया है कि मुख्य अभियुक्त को बचाकर काम करने वाला एक व्यक्ति पवन कुमार टूटी को अभियुक्त बनाकर जेल भेज दिया गया. वहीं एक दूसरे मामले में भी अभियुक्त को बचाया जा रहा है. उन्होंने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि दुर्भाग्य की
पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव ने विधायक पुत्र पर लगाया था शराब व अफीम तस्करी का आरोप
बरही के वर्तमान विधायक उमापंकर अकेला और पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव के बीच राजनीतिक प्रतिद्वद्धिता चल रही हैं. आसन्न विधानसभा चुनाव के पहले दोनों ओर आरोप-प्रत्यारोप और तल्खी तेज हो गयी हैं. बरही के वर्तमान और पूर्व विधायक एक दूसरे पर संगीन आरोप लगा रहे हैं. बीते 25 जुलाई को पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव ने प्रेस वार्ता कर वर्तमान विधायक उमाषंकर अकेला और उनके पुत्र रवि शंकर अकेला पर शराब और अफीम तस्करी सहित कई संगीन आरोप लगाये थे. उन्होंने चौपारण चतरा रोड स्थित विधायक आवास को बाप बेटे की फैक्ट्री का संज्ञा देते हुए शराब और अफीम निर्माण की फैक्ट्री का संज्ञा देते हुए पुलिस प्रषासन से कार्रवाई की मांग की थी.
पुलिस निष्ठापूर्वक अपने दायित्वों का कर रही निर्वाह : एसडीपीओ
विधायक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए एसडीपीओ सह एएसपी सुरजीत कुमार ने बताया कि मामला अनुसंधानरत है. अभी कुछ लोगो को जेल भेजा जा चुका है. तथ्य की पुष्टि होते ही शेष अभियुक्तों को भी जेल भेज दिया जायेगा. अनुसंधान में किसी भी प्रकार का पक्षपात नहीं किया जा रहा है अथवा किसी का भी कोई दबाब नहीं है. पुलिस निष्ठा पूर्वक कार्य कर रही है. घटना में संलिप्त कोई भी व्यक्ति नहीं बचेगा.