आनंद मार्ग "आत्मा मोक्षार्थम" (व्यक्तिगत मुक्ति) और जगत हिताय च" मानवता की सेवा है
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग में आनंद मार्गियों द्वारा भगवान श्री श्री आनंदमूर्ति जी का 103 वां जन्मदिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया . सुबह 04:45 गुरु सकास, 05 से 05:30 पांच्जन्य, 06:07 बजे जन्मदिवस के बाद प्रभात संगीत, वाणी पाठ के साथ किया और इसके बाद आयोजित नारायण सेवा किया गया, सैकड़ों लोग इस सेवा से लाभान्वित हुए. इस अवसर पर आनंद मार्गियों ने नगर के विभिन्न हिस्सों में शोभा यात्रा भी निकाली गई जिसमे की सैकड़ों मार्गी महिला पुरुष और बच्चे आनंद मार्ग के स्लोगन और कीर्तन कर उत्साहित दिखे. शोभा यात्रा की शुरुवात आनंदपुरी स्थित आनंद मार्ग जागृति से हुई.
इस अवसर पर आनंद मार्ग प्रचारक संघ, हजारीबाग के भुक्ती प्रधान जनरल राजेन्द्र कुमार राणा के द्वारा श्री श्री आनंदमूर्ति जी के समाज के प्रति योगदान पर प्रकाश डाला गया. उन्होंने बताया कि बिना गुरू के अध्यात्मिक विकास संभव नहीं है. आनंद मार्ग एक विपल्व है. जब से मनुष्य साधना मार्ग पर चलना प्रारंभ करता है तब से उनका आध्यात्मिक विकास शुरू हो जाता है. उन्होंने कहा कि श्री श्री आनंदमूर्ति जी ने बताया है कि पीड़ित मानवता की सेवा करना ही सच्ची ईश्वर की पूजा है.
आगे मार्गियों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ मार्गी देवकी दादा जी ने बताया की श्री श्री आनंदमूर्ति जी ने आध्यात्मिक दर्शन के द्वारा मानव के जन्म जन्मांतर के कसटों से निवारण का उपाय बताए सामाजिक आर्थिक दर्शन प्रउत के स्थापना से आज के सारे समस्याओं का समाधान है.आचार्य अनूरागानंद ने बताया कि आनंद मार्ग की स्थापना 1955 ई में भगवान श्री श्री आनंदमूर्ति जी के द्वारा स्थापित एक वैश्विक आध्यात्मिक और सामाजिक सेवा मूलक संगठन आज भारतवर्ष के साथ ही साथ 180 से ज्यादा देशों में लाखों की संख्या में लोगों ने धूमधाम से श्री श्री आनंदमूर्ति जी का 103 वां जन्मदिवस मनाया. आनंद मार्ग "आत्मा मोक्षार्थम" (व्यक्तिगत मुक्ति) और जगत हिताय च" मानवता की सेवा (सामूहिक कल्याण )है: सभी लोगों के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक आवश्यकताओं की पूर्ति.
आगे डाइसिस सचिव ब्रह्मचारिणी मंद्रिता आचार्या ने बताया कि विश्वभर में आनंद मार्ग के हजारो से अधिक प्राथमिक विद्यालय, उच्च विद्यालय, महाविद्यालय, शिशु सदन, अस्पताल, नारी कल्याण केंद्र, अमर्ट द्वारा संचालित सैकड़ों राहत सेवा केंद्र और मास्टर यूनिट प्रोजेक्ट-ग्रामीण विकास परियोजनाएं चलायी जा रही हैं. यह कार्यक्रम को सफल बनाने में आनन्द मार्ग प्रचारक संघ हजारीबाग़ से सभी आनंद मार्गीयों का सराहनीय योगदान रहा.