अमित दत्ता/न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: रांची में आज अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (IHP) की एक महत्वपूर्ण एवं दिशा-निर्धारित बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें संगठन के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ-साथ राष्ट्रीय महिला परिषद और ओजस्विनी की सक्रिय सहभागिता रही. बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठन के सामाजिक एवं धार्मिक अभियानों को नई गति देना तथा महिला सशक्तिकरण के लिए भावी योजनाओं को मूर्त रूप देना था.
इस बैठक की अध्यक्षता संगठन मंत्री सुरेन्द्र सिंह जी ने की, जबकि सह-संगठन मंत्री कनहैया लाल जी, महामंत्री दिलीप जी, तथा राष्ट्रीय महिला परिषद, झारखंड की अध्यक्ष श्रीमती तंद्रा मुखर्जी जी मंच पर विशेष रूप से उपस्थित रहे.
बैठक में प्रमुख प्रतिनिधियों की उपस्थिति
बैठक में अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी एवं महिला प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें प्रमुख रूप से:
प्रदेश उपाध्यक्ष (राष्ट्रीय महिला परिषद) श्रीमती सीमा शर्मा
रांची नगर विभागाध्यक्ष श्रीमती रेखा रंजन
ओजस्विनी की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती डॉली सिंह
इन सभी ने संगठन की गतिविधियों को गति देने के लिए अपने विचार और सुझाव साझा किए.
बैठक के प्रमुख प्रस्ताव एवं विमर्श
1 लाख हनुमान चालीसा केंद्र की स्थापना का संकल्प:
संगठन ने यह ऐतिहासिक संकल्प लिया कि पूरे देश में 1 लाख हनुमान चालीसा केंद्र खोले जाएंगे. इन केंद्रों के माध्यम से समाज में धार्मिक चेतना, सामाजिक समरसता, एवं सांस्कृतिक जागरूकता को प्रोत्साहित किया जाएगा. यह पहल विशेष रूप से युवाओं और महिलाओं को जोड़ने का एक माध्यम बनेगी.
"एक मुठ्ठी अनाज" अभियान को सशक्त रूप से आगे बढ़ाने पर जोर:
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि समाज के जरूरतमंद और वंचित वर्गों की सहायता के लिए चल रहे "एक मुठ्ठी अनाज" अभियान को जन-जन का अभियान बनाया जाएगा. इसके तहत हर घर से एक मुठ्ठी अनाज एकत्र कर सामूहिक सेवा केंद्रों के माध्यम से जरूरतमंदों को वितरित किया जाएगा.
महिला सशक्तीकरण और आत्मरक्षा प्रशिक्षण
बैठक में नारी सुरक्षा, स्वास्थ्य सुरक्षा, एवं आत्मरक्षा (सेल्फ डिफेंस) से जुड़ी योजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई. वक्ताओं ने ज़ोर दिया कि हर महिला को आत्मनिर्भर बनाना संगठन की प्राथमिकताओं में शामिल है.
ओजस्विनी की प्रतिनिधियों ने प्रस्ताव रखा कि स्कूल-कॉलेज स्तर पर स्वस्थ जीवनशैली, मानसिक जागरूकता और नैतिक शिक्षा से जुड़े अभियान भी चलाए जाएं.
भविष्य की योजनाओं की आधारशिला बनी यह बैठक
यह बैठक न केवल संगठन के वर्तमान कार्यों की समीक्षा करने का अवसर बनी, बल्कि आगामी कार्ययोजनाओं को भी ठोस रूप देने में मील का पत्थर साबित हुई. महिला प्रतिनिधियों की सशक्त भूमिका और भागीदारी ने यह स्पष्ट किया कि संगठन नारी जागरूकता और नेतृत्व क्षमता को शीर्ष प्राथमिकता दे रहा है.
बैठक के अंत में सभी पदाधिकारियों ने एकता, सेवा, और समर्पण की भावना से संगठन के उद्देश्यों को गांव-गांव तक पहुँचाने का संकल्प लिया.