रोहन निषाद/न्यूज़11 भारत
चाईबासा/डेस्क: कोल्हान विश्वविद्यालय मे शैक्षणिक एवं प्रशासनिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने के उद्देश्य से आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी सेल) का गठन किया गया है. जिसको लेकर छात्र प्रतिनिधियों ने कड़ी नाराजगी जताई है. प्रतिनिधियों ने कहा कि आईयूपीएसी सेल का गठन में छात्र प्रतिनिधि के रूप में कोई भी छात्र या छात्र प्रतिनिधि को मौका नहीं मिला. जिससे विश्वविद्यालय के कार्यप्रणाली पर सवाल उठता है कि छात्र प्रतिनिधि के रूप में किसी अन्य पदाधिकारी को नामित किया जाता है.यह सरासर गलत निर्णय है. ऐसे में विश्वविद्यालय के शैक्षणिक गुणवत्ता का कैसे पता चलेगा जहां छात्रों की तरफ से कोई सदस्य ना हो. इसीलिए कुलपति से पूर्व छात्र प्रतिनिधि मंडल मांग करती है कि कोई भी अनुभवी पूर्व छात्र प्रतिनिधि या छात्र को आईक्यूएसी सेल के छात्र प्रतिनिधि के रूप में सदस्य जल्द से जल्द मनोनीत करें.
छात्र नेता पिपुन बारिक ने कहा कि कोल्हन विश्वविद्यालय आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ का गठन कहीं ना कहीं छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक गुणवत्ता को छुपाने के लिए किया गया है. यह प्रकोष्ठ शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ावा देने में मदद करती है और साथ ही इसमें छात्रों, शिक्षकों और अन्य हितधारकों से प्रतिक्रिया प्राप्त करना और उनका विश्लेषण करना होता है. विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द पुनर्विचार करके संशोधन करें अन्यथा विरोध होगा.
छात्र प्रतिनिधि सह झामुमो युवा मोर्चा के जिला सचिव मंजित हासदा ने कहा विश्वविद्यालयों में, आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) एक महत्वपूर्ण इकाई होती है, जो विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और प्रशासनिक प्रदर्शन में सुधार के लिए काम करती है. IQSC सेल कमेटी में छात्र या छात्र प्रतिनिधियों के लिए भी जगह रहती है. परंतु नवगठित कोल्हान विश्वविद्यालय की IQSC सेल में किसी भी छात्र या छात्र प्रतिनिधि को नहीं रखा गया है. इसका हम प्रतिरोध करते हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन इस पर पुनर्विचार कर संशोधन करते हुए पुनः आईक्यूएससी सेल का गठन करें. अन्यथा इसका पुरजोर विरोध होगा.