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रांची/डेस्क:- भारत ने पहलगाम के जवाबी अटैक में पाकिस्तान के 4 और पीओके के 5 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्रइक से हमला किया है. भारत की सेना ने पाक में कोटली, भीमबेर, बाघ, और चेक आमरू में हमला किया वहीं पीओके में गुलपुर, सियालकोट, मुजफ्फराबाद, मुरीदके और बहावलपुर में एयरस्ट्राइक की गई.
जैश ने 2001 के संसद व 2019 के पुलवामा अटैक की घटना को अंजाम दिया था
भारत की सेना ने जैश ए मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को निशाना बनाया. भारतीय सेना ने पाकिस्तान के जिस प्रांत पर हमला किया वो बॉर्डर से 100 किलोमीटर की दूरी पर है. यहीं जैश ए मोहम्मद का हेडक्वार्टर भी है. बताया जा रहा है कि इँडियन आर्मी ने जैश ए मोहम्मद के मरकज सुभान अल्लाह को उड़ा दिया है. बता दें कि यहीं पर पुलवामा हमले की भी साजिश रची गई थी. जैश ने 2001 के संसद व 2019 के पुलवामा अटैक की घटना को अंजाम दिया था. लाहोर से 30 किमी दूर हाफिज सइद के संगठन लश्कर ए तैयबा का हेडक्वार्टर है, हाफिज ने 2008 में मुंबई हमले की साजिश रची थी. भारत ने मुरिदके में लश्कर के मरकज तैयब को उड़ा दिया है. इसे 2000 में बनाया गया था जो कि लश्कर के आंतकी का ठिकाना था. इसे बनाने के लिए ओसामा बिन लादेन ने एक करोड़ रुपए दिए थे. कसाब सहित मुंबई हमले के कई आतंकी को यहीं से ट्रेनिंग मिली थी.
2023 में तीर्थयात्री के बस में अटैक करने की साजिश रची थी
बता दें कि सियालकोट पर भी एयरस्ट्राइक की गई है, यहां हिजबुल मुजाहिद्दीन का ठिकाना बताया जाता है यहां हिजबुल आतंकी को ट्रेनिंग दिया जाता था. जम्मु में घुसपैठ करने को लेकर यहां ट्रेनिंग दी जाती थी. इसे बी 2000 में लश्कर ने बनाया था. यहां के एक कैंप में 40 कमरे थे पहलगाम अटैक की साजिश यहीं रची गई थी. बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना और ISI भी आतंकी को हथियार भेजने में मदद करती थी. बताया जाता है कि 2023 में तीर्थयात्री के बस में अटैक करने की साजिश यहीं रची गई थी. कोटली में जैश ए मोहम्मद का मरकज अब्बास बना था. इसी को भारतीय सेना ने उड़ा दिया. इस इमारत में 40-50 आतंकी हमेशा से रहते थे. जैश के संस्थापक में से एकल हाफिज अब्दूर शकूल यहीं का कमांडर था