अम्बर कलश तिवारी/न्यूज 11 भारत
धनबाद/डेस्क: उपायुक्त, धनबाद आदित्य रंजन की अध्यक्षता में श्रम, नियोजन एवं कौशल विकास विभाग अंतर्गत कार्यान्वित योजनाओं, कार्यों के प्रगति की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में आयोजित की गयी. जिसमें संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के मजदूरों, प्रवासी श्रमिकों के निबंधन के अलावा निबंधित लाभुकों को मेधावी पुत्र पुत्री छात्रवृति योजना, मातृत्व प्रसुविधा योजना, अंत्येष्टि सहायता योजना, झारखंड निर्माण कर्मकार मृत्यु, दुर्घटना सहायता योजना सहित अन्य के तहत लाभान्वित लाभुकों के संदर्भ में जानकारी ली.
साथ हीं इसमें तेजी लाने व श्रमिकों एवं उनके परिवार के हित में चल रही योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा श्रमिको को जोड़ने का निर्देश दिया. साथ ही विभिन्न ढाबों, होटलों, प्रतिष्ठानों आदि में औचक छापेमारी कर बाल मजदूरी पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इसके साथ हीं जिला के प्रमुख शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निरीक्षण कर श्रम विभाग के नियमों के पालन से संबंधित रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया. निरीक्षण के क्रम में नियमों के उलंघन पाए जाने पर नियम संगत कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु श्रम अधीक्षक को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए.
उपायुक्त ने श्रम अधीक्षक को निजी विद्यालयों एवं अस्पतालों में जाकर वहां कार्यरत कर्मियों के न्यूनतम मजदूरी एवं पीएफ की जांच करने हेतु निर्देशित किया उन्होंने कहा की अगर किसी भी संस्थान द्वारा न्यूनतम मजदूरी नियम का उलंघन किया जाता है तो उनपर नियम संगत कार्रवाई सुनिश्चित करें. साथ हीं उन्होंने 10 कर्मियों से अधिक कर्मियों वाले संस्थानों का रजिस्ट्रेशन कराने का निर्देश दिया. साथ हीं उपायुक्त ने श्रमिकों का आधार सत्यापन के लिए सभी प्रखंडों में सुविधा केंद्र खोलने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
वहीं नियोजन एवं कौशल विकास की समीक्षा करते हुए जिला नियोजनालय में निबंधित युवाओं की संख्या, रोजगार मेला का आयोजन, कौशल विभाग के तहत युवाओं के कौशल को बढ़ावा देने हेतु किए जा रहे कार्यों, एवं कैरियर काउंसलिंग की समीक्षा की. उन्होंने रोजगार मेला आयोजन करने का निर्देश दिया.
उपायुक्त आदित्य रंजन ने प्रखंडवार अलग-अलग तिथियों में गांव गांव जाकर स्किल से जोड़ने हेतु युवाओं को जागरूक करें. युवाओं को स्किल से जोड़कर प्रशिक्षण देते हुए रोजगार उपलब्ध कराएं.
बैठक में श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार, जिला नियोजन पदाधिकारी श्रीमती पद्मा कुमारी समेत अन्य पदाधिकारी तथा कर्मी मौजूद रहे.
यह भी पढ़ें: टीम इंडिया पाकिस्तान के साथ मैच खेलने के लिए विवश! BCCI ने आखिर क्यों कहा ऐसा?