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रांची/डेस्कः माता-पिता के आकस्मिक निधन होने पर 4 बच्चे अनाथ हुए. जिसपर झारखंड हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया है. कोर्ट ने अनाथ बच्चों को लाभकारी योजना से जोड़ने का आदेश दिया है. झालसा के कार्यपालक अध्यक्ष जस्टिस सुजित नारायण प्रसाद के आदेश पर डालसा की टीम ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. कुदरत का कहर कहें या नाबालिग बच्चों की बदकिस्मती, बेड़ो प्रखंड के हरिहरपुर जामटोली गांव की पंची उरांइन की मौत बीमारी से 8 मई को हो गई. दूसरे दिन पत्नी की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया और पति गणेश उरांव की भी मौत हो गई. दो दिनों में पति पत्नी की आकस्मिक निधन से 4 बच्चे अनाथ हो गए.
झारखंड हाई कोर्ट निर्देश पर डालसा की टीम ने अनाथ बच्चों के घर पहुंच पीड़ितों से रूबरू होकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया. यह परिवार संकट में है, खराब आवासीय परिस्थितियों में रह रहा है और बुनियादी कल्याण अधिकारों तक पहुंच से वंचित है. तत्काल कानूनी सहायता शुरू की गई है, और पेंशन योजनाओं, आवास, राशन और शिक्षा लाभों तक पहुँच सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जा रही है. बाल कल्याण विभाग से संपर्क किया गया है, और उन्होंने तीनों लड़कियों को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में प्रवेश दिलाने का आश्वासन दिया है. इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी से भी डीएलएसए ने संपर्क किया है और उन्होंने पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा है कि मामले को आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित समिति के समक्ष रखा जाएगा.