आर्यन श्रीवास्तव/न्यूज11 भारत
कोडरमा/डेस्कः सारी खुदाई एक तरफ और जोरू का भाई एक तरफ. शायद सच ही कहा गया हैं. जी हां अमूमन एम्बुलेंस का इस्तेमाल मरीजों को ढोने व शवों को ढोने के लिए किया जाता हैं, लेकिन जो तस्वीरें हम आपको दिखा रहें हैं, यह थोड़ा उलट हैं. यहाँ एम्बुलेंस का इस्तेमाल बारात ढोने के लिए किया जा रहा हैं. एम्बुलेंस में बच्चे महिलाएं भर-भर कर शादी का सामान लेकर निकल पड़ी हैं बारात के लिए. दरअसल यह एम्बुलेंस बिहार के मगध मेडिकल कॉलेज में इस्तेमाल होती हैं और इस एम्बुलेंस के चालक और ऑनर मुकेश कुमार के शाले कृष्णा की शादी हैं.
लगन के कारण मुकेश को बारात जाने के लिए दूसरी गाड़ी नहीं मिली. फिर क्या मुकेश अपने परिवार के साथ शाले की शादी में शिरकत करने निकल पड़े एम्बुलेंस से. एम्बुलेंस चालक मुकेश ने बताया कि शाले की शादी में जाना जरूरी हैं, इसलिए उन्हें दूसरी गाड़ी नहीं मिली. चूंकि समय कम हैं और शादी में शरीक होना भी जरूरी हैं, सो वो निकल पड़े अपने परिवार के साथ एम्बुलेन्स से. जिसने भी यह दृश्य देखा वो अचंभित हो गए और इसकी चर्चा होने लगी. बता दें कि एम्बुलेंस चालक मुकेश के साले कृष्णा की शादी डोमचांच के महेशपुर में एक मंदिर में होनी हैं और दूसरा कोई जुगाड़ नहीं होने के कारण वह अपनी, पत्नी, बच्चे, भाई, भाभी, भतीजा, भतीजी और मौसी के साथ शादी में शरीक होने एम्बुलेन्स से ही निकल पड़े हैं.