रांची: रिम्स के एनेस्थेसिया (Anesthesia) विभाग में वर्ल्ड पैलिएटिव केयर डे (world palliative care day) काफी धूम-धाम से मनाया गया. Palliative care गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों जैसे कैंसर, AIDS, thalassemia के लिए महत्वपूर्ण होता है. इसमें मरीजों को ना केवल शारीरिक कष्ट को दूर किया जाता है, बल्कि साइकोलॉजिकल, स्पिरिचुअल और इमोशनल परेशानियों का भी ख्याल रखा जाता है. कार्यक्रम में HOD Anesthesia डॉ उषा ने बताया कि यह दिन दुनिया भर में मरीजों की हो रही देखभाल का जश्न मनाने और समर्थन करने के लिए मनाई जाती है.
गंभीर मरीजों को उचित देखभाल करने की है आवश्यकता
कार्यक्रम में डॉ प्रियंका और डॉ आस्था ने palliative care के महत्व को बताया और कविता सुनाई . सहायक प्रोफेसर डॉ वसीम होदा ने palliative care को स्लाइड्स और वीडियोज के माध्यम से इसकी उपयोगिता को प्रकाश में लाया गया. साथ हीं डिपार्टमेंट में palliative care को विकसित करने के बारे में चर्चा की और बताया कि गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीज तथा न ठीक होने वाली, लंबी बीमारियों तथा मानसिक रोग ग्रस्त रोगियों के लिए समय से सामाजिक सुरक्षा व उपचार तथा उनकी उचित देखभाल कैसे हो. इस बारे में विस्तृत रूप से बताया. उन्होंने कहा कि हम सबको ऐसे रोगियों को मानवता के आधार पर सामाजिक कर्तव्य समझते हुए उनकी उचित देखभाल व सेवा करनी चाहिए.
कार्यक्रम में एचओडी एनेस्थेसिया डॉ उषा ने केक काट कर palliative care को सुचारू रूप से संचालित करने और डिपार्टमेंट में प्राथमिकता देने को कहा. इस कार्यक्रम में सीनियर डॉक्टर, सीनियर और जूनियर रेजिडेंट उपस्थित थे.