न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: लगातार हो रही बारिश ने झारखंड में चिंता बढ़ा दी हैं. राजधानी रांची से करीब 43 किलोमीटर दूर स्थित पतरातू डैम का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया हैं. इसे देखते हुए पीटीपीएस शेष परिसंपत्ति विभाग ने डैम की सुरक्षा के लिए सभी आठ फाटक खोल दिए, जिससे दो-दो इंच पानी की निकासी शुरू कर दी गई. इस पानी की निकासी से आसपास की नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया हैं. प्रबंधन ने आम जनता को चेतावनी दी है कि वे नदियों के किनारे न जाएं.
साथ ही डीवीसी के मैथन और पंचेत डैम में भी जलस्तर में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई हैं. रविवार को मैथन डैम से 12 हजार क्यूसेक और पंचेत डैम से 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. मैथन डैम का जलस्तर 476.23 फीट और पंचेत डैम का 408.79 फीट मापा गया. इन डैमों से पानी छोड़े जाने के कारण पश्चिम बंगाल के निचले इलाकों के लिए भी अलर्ट जारी किया गया हैं. वहीं तिलैया डैम का फाटक दो दिन पहले ही खोला गया था, वर्तमान जलस्तर 1214.7 फीट है, जो रेड लेवल से नीचे हैं.
वहीं गुमला जिले में कंस नदी पर बना 17 साल पुराना डाड़हा छरदा पुल जल दबाव के कारण ध्वस्त हो गया. यह पुल लोहरदगा जिले को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ता था. लगातार बारिश और बहती मिट्टी-मलबे के कारण पिछले वर्ष ही पुल के एक पिलर में कमजोरी आ गई थी, जो अब पूरी तरह टूट गया. इसके कारण निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया हैं. राजधानी रांची में रविवार को रूक-रूक कर बारिश होती रही. पिछले 24 घंटे में शहर में करीब 30 मिमी और ग्रामीण इलाकों जैसे नामकुम, तोरपा में 55-60 मिमी बारिश दर्ज की गई. राज्य में बने निम्न दबाव का असर पूरे झारखंड में दिखाई दे रहा है, जिससे कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश हो रही हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, 29 अगस्त तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की संभावना हैं. 25 अगस्त को राज्य के दक्षिण-पश्चिमी जिले लोहरदगा, लातेहार, गुमला, खूंटी, सिमडेगा और पश्चिम सिंहभूम में भारी बारिश और 30-40 किमी प्रति घंटे की तेज़ हवा चलने का अनुमान हैं. इसी कारण मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया हैं. 28 अगस्त को राज्य के दक्षिण-पूर्वी और 29 अगस्त को पश्चिमी और मध्य हिस्सों में कई स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान जताया गया हैं.