विक्रमाजीत/न्यूज़11 भारत
पटना/डेस्क: वैशाली पुलिस और एसटीएफ पटना ने संयुक्त कार्रवाई में सोना लूट गिरोह को पकड़ा है. वैशाली पुलिस को आभूषण दुकानों में डकैती की योजना की सूचना मिली थी. जढुआ से आ रहे पांच संदिग्धों में से चार को पकड़ा गया. मोहित कुमार, लालु कुमार, अंशु सिंह और अमन कुमार उर्फ सत्या से तीन लोडेड देसी कट्टे, तीन जिंदा कारतूस और एक चाकू मिला.
पूछताछ में सामने आया कि सभी आरोपी पटना के रहने वाले हैं. ये बिदुपुर के मोहम्मद साहिल के गिरोह से जुड़े हैं. इनकी योजना बिदुपुर,हाजीपुर और महनार की आभूषण दुकानों में लूट की थी. इसके बाद भागलपुर,झारखंड के दुमका और साहेबगंज में वारदात करनी थी. चकसिकन्दर ओवरब्रिज पर छापेमारी में चार और अपराधी पकड़े गए. कुंदन कुमार,दीपु कुमार,आशीष कुमार और भूषण कुमार से दो लोडेड देशी कट्टे, दो जिंदा कारतूस और दो चाकू बरामद हुए. एक अपराधी भागने में सफल रहा.
गैंग का सरगना मोहम्मद साहिल बिदुपुर का रहने वाला है.समस्तीपुर पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. गिरोह के कुछ सदस्य बंगाल की जेल में बंद हैं. उनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है. पुलिस की इस कार्रवाई से वैशाली और आसपास के जिलों में होने वाली लूट की वारदातों को रोका गया है.
इस संबंध में वैशाली पुलिस अधीक्षक ललित मोहन शर्मा ने बताया कि हमें सूचना मिला था कि सोना लूट गिरोह के सदस्य वैशाली जिले में सक्रिय हैं और लूट की योजना बना रहे हैं. टीम गठित कर अलग-अलग जगह पर छापेमारी की गई जिसमें जदूआ के पास से चार अपराधी पकड़े गए. जब उनसे पूछताछ किया गया तो मालूम चला कि बिदुपुर थाना क्षेत्र में उनके गिरोह के कई सदस्य सक्रिय हैं और वह लोग भी एक्टिव थे योजना बनाकर एक-दो दिन में घटना को अंजाम देने वाले थे. उन्होंने कहा बिदुपुर में छापेमारी के दौरान और चार लोग को पकड़ा गया. जब सभी से पूछताछ के दौरान पता चला कि पकड़े गए एक बिदुपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला साहिल है जो ₹100000 का इनामी है और उसी के द्वारा यह सारी योजना बनाई गई थी.