Thursday, May 29 2025 | Time 12:31 Hrs(IST)
  • “पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती” 56 वर्षीय गंगा उरांव ने मैट्रिक परीक्षा पास कर रच दिया इतिहास, डीएसई ऑफिस में हैं चपरासी
  • “पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती” 56 वर्षीय गंगा उरांव ने मैट्रिक परीक्षा पास कर रच दिया इतिहास, डीएसई ऑफिस में हैं चपरासी
  • “पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती” 56 वर्षीय गंगा उरांव ने मैट्रिक परीक्षा पास कर रच दिया इतिहास, डीएसई ऑफिस में हैं चपरासी
  • शादी के कुछ दिनों बाद ही फंदे में लटकी हुई पाई गई महिला, परिवार ने हत्या का लगाया आरोप
  • शराब घोटाले मामले में  गिरफ्तार आईएएस विनय चौबे और  पूर्व उत्पाद आयुक्त गजेन्द्र सिंह से पूछताछ आज
  • आज होनेवाली पूछताछ को लेकर एसीबी कार्यालय में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
  • चाईबासा में जंगली बंदर पहुंचा शहर, लगा 11000 वोल्ट का करंट, गंभीर रूप से जख्मी
  • किसी की भी बेटी के साथ अन्याय नहो- चिराग पासवान ने कहा तेज प्रताप और अनुष्का के विषय पर
  • बिहार में काहे की शराब बंदी, गैस सिलेंडर में छिपाकर शराब की तस्करी करते पकड़े गए तस्कर
  • हाईटेक टेक्नीक से अब वन विभाग जंगली हाथियों से आमजनों की करेगी सुरक्षा, जंगल में अवैध गतिविधियां पर भी रखेगी पैनी निगाह
  • हाईटेक टेक्नीक से अब वन विभाग जंगली हाथियों से आमजनों की करेगी सुरक्षा, जंगल में अवैध गतिविधियां पर भी रखेगी पैनी निगाह
  • तेज प्रताप यादव के साथ अनुष्का की शादी का फोटो वायरल होने के बाद अनुष्का के मामा ने कहा हमारे परिवार को धमकाना बंद करें लालू परिवार, नहीं तो अंजाम होगा बुरा
  • विदेश दौरे पर शशि थरूर से एक लड़की ने उनके लुक और नॉलेज का राज पुछ लिया! सांसद के जवाब से आश्चर्यचकित रह गए लोग
  • विदेश दौरे पर शशि थरूर से एक लड़की ने उनके लुक और नॉलेज का राज पुछ लिया! सांसद के जवाब से आश्चर्यचकित रह गए लोग
  • बिहार के ज्वेलर्स लूटकांड का आरोपी पकड़ से बाहर, कोर्ट परिसर से सिपाही का हाथ छुड़ाकर फरार हुए 5 कैदी
देश-विदेश


स्ट्रोक के वॉर्निंग साइन को समझने से बच सकती है जान, समय रहते इस तरह करें पहचान

स्ट्रोक के वॉर्निंग साइन को समझने से बच सकती है जान, समय रहते इस तरह करें पहचान

न्यूज11 भारत


रांची/डेस्कः स्ट्रोक एक न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम है, जिसे ब्रेन अटैक के नाम से भी जाना जाता है. देखा जाए आज के समय में स्ट्रोक बहुत आम समस्या है. हर साल स्ट्रोक से पीड़ित  मरीजों की संख्या बढ़ रही है. आश्चर्य की बात नहीं है कि आने वाले समय में यह बीमारी खतरनाक रूप ले लेगी. 

 

न्यूरोसर्जन डॉ. विकास के अनुसार, स्ट्रोक भारत में मौत का दूसरा बड़ा कारण है. आमतौर पर स्ट्रोक दो तरह के होता है. पहला ब्लड क्लॉट (इस्केमिक स्ट्रोक) और दूसरे हैमरेज. ब्लड क्लॉट में ब्रेन में क्लॉटिंग हो जाती है और दूसरे में ब्रेन में हेमरेज हो जाता है.  

जैसे-जैसे मरीज स्ट्रोक के लक्षणों के साथ गुजर रहा होता है, हर 1 मिनट में उसके 19 लाख न्यूरॉन्स नष्ट होते हैं. इसलिए स्ट्रोक के लक्षणों का अनुभव हो, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए. बहुत कम लोगों का स्ट्रोक की पूरी और सही जानकारी होती है. इसलिए डॉ. विकास बता रहे हैं स्ट्रोक के लक्षण, कारण और बचाव करने के तरीके.

 

​स्ट्रोक के लक्षण-‘BE FAST’ से लक्षण-

समय रहते (4 घंटे के अंदर) अगर स्ट्रोक के लक्षण (BE FAST), पहचान कर अगर अस्पताल पहुंचा जाए तो बहुत हद तक इसे रोका जा सकता है.

 

B- बैलेंस (Balance)- स्ट्रोक पीड़ित व्यक्ति अपने शरीर पर बैलेंस खो देता है. वो ना सही तरीके से बैठ पाता है और ना ही खड़ा हो पाते है.

E-आईज (Eyes)- अगर स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्ति को एक आंख या दोनों आंखों से अचानक धुंधला दिखाई देने लगे या दिखाई ही ना दे, तो समझ लें कि ये स्थिति स्ट्रोक से जुड़ी हो सकती है. 

F-फेस (Face)- स्ट्रोक में फेस यानी चेहरा एक तरफ मुड़ जाता है. इसमे व्यक्ति मुस्कुरा भी नहीं पाता है या ऐसा होता है कि फेस सीधा नहीं दिखता. 

A-आर्म्स (Arms)- स्ट्रोक में बांहे यानी बाजू शिथिल यानी ढ़ीले हो जाते हैं और उन्हें ऊपर उठाने में दिक्कत होती है. साधारण भाषा में कहें तो उनमें जान नहीं रहती है.

S-स्पीक (Speak)- स्ट्रोक में पीड़ित को बोलने में परेशानी होती है, उसकी जुबान लड़खड़ाने लगती है.

T-टाइम (Time)- स्ट्रोक में सबसे अहम है टाइम. स्ट्रोक होने पर टाइम बर्बाद ना करते हुए मरीज को तुरंत ही अस्पताल पहुंचाएं, जहां तक हो सके अच्छी सुविधाओं वाले अस्पताल में ही ले जाएं. जहां एमआरआई, सीटी स्कैन और बेहतर आईसीयू की सुविधा हो.

 

स्ट्रोक के प्रकार-

स्ट्रोक दो मुख्य प्रकार हैं. 

इस्केमिक स्ट्रोक (Ischemic stroke)- यह स्ट्रोक का सबसे आम प्रकार है. यह तब होता है जब मास्तिष्क की ब्लड वेसेल्स के संकुचित हो जाने से ब्लड फ्लो गंभीर रूप से कम हो जाता है. कुछ शुरूआती शोधों से पता चला है कि कोविड-19 संक्रमण इस्केमिक स्ट्रोक का संभावित कारण हो सकता है.

 

हेमोररहगीक स्ट्रोक (Hemorrhagic stroke)- यह स्ट्रोक तब होता है जब आपके मास्तिष्क में ब्ल वेसल्स फट जाती हैं. ब्रेन हैमरेज आपकी ब्लड वेसेल्स को प्रभावित करने वाली कई स्थितियों के कारण हो सकता है. अनियंत्रित ब्लड प्रेशर, ब्लड वेसेल की दीवारों में प्रोटीन का जमा हो जाना हैमोरेगिक स्ट्रोक से संबंधित कारकों में शामिल है.

 

ट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक (Transient ischemic attack)- इसे कभी-कभी मिनी स्ट्रोक के रूप में जाना जाता है. टीआईए तब होता है जब एक क्लॉट आपके तंत्रिका तंत्र के हिस्से में रक्त के प्रवाह को ब्लॉक कर देता है. बता दें कि टीआईए होने से बाद में विकसित स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.

 

​स्ट्रोक के कारक

आज के दौर में तनाव स्ट्रोक का बड़ा रिस्क फैक्टर है.

सर्दियों के मौसम में स्ट्रोक का खतरा 14-15 प्रतिशत तक बढ़ जाता है.

स्मोकिंग, अल्कोहल का सेवन कम कर दें। इससे भी स्ट्रोक होने की संभावना बढ़ जाती है.

डायबिटीज, हाइपरटेंशन को नियंत्रित रखने के लिए लगातार जांच कराते रहें.

 

​स्ट्रोक को कैसे रोकें-

धूम्रपान छोड़ें- यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोडऩे से स्ट्रोक का खतीरा बेहद कम हो जाएगा.

शराब का सेवन सीमित करें- ज्यादा शराब का सेवन आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है.

वजन मेंटेन रखें- अधिक वजन और मोटापे से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. अपने वजन को प्रबंधित करने के लिए संतुलित आहार लें और शारीरिक रूप से सक्रिय रहें.




नियमित जांच कराएं- डॉक्टर्स ब्लड प्रेशर , कोलेस्ट्रॉल की जांच नियमित रूप से कराने की सलाह देते हैं. इन सभी उपायों को करने से आपको स्ट्रोक से बचाव के लिए बेहतर स्थिति में लाने में मदद मिलेगी.

 


न्यूरोसर्जन डॉ. विकास कुमार 

 

सीनियर रेजिडेंट न्यूरोसर्जरी RIMS के डॉक्टर विकास कुमार का कहना है कि स्ट्रोक से निपटने के दौरान ज्यादा सर्तक रहना बेहतर है. यदि आपको लगता है कि आप स्ट्रोक के लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो इमरजेंसी हेल्प लेने से न डरें. हालांकि, स्ट्रोक को पूरी तरह से रोकना संभव नहीं है, लेकिन जीवनशैली में बदलाव आपके जोखिम को बहुम कम कर सकते है. 
अधिक खबरें
SC के कॉलेजियम की बैठक में चार राज्यों के HC के चीफ जस्टिस के ट्रांसफर की सिफारिश, एमएस रामचंद्र राव का स्थानांतरण त्रिपुरा हाईकोर्ट
मई 28, 2025 | 28 May 2025 | 4:12 PM

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 26 मई, 2025 को आयोजित अपनी बैठक में चार राज्यों के हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के स्थानांतरण की सिफारिश की है. झारखण्ड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एम.एस. रामचंद्र राव (पीएचसी: तेलंगाना) का ट्रांसफर त्रिपुरा हाई कोर्ट में करने की शिफारिश की गयी है. वहीँ, राजस्थान के चीफ जस्टिस मनींद्र मोहन श्रीवास्तव (पीएचसी: छत्तीसगढ़) का स्थानांतरण मद्रास हाई कोर्ट में करने की शिफारिश की गयी है.

कल देश में दोबारा होगी मॉक ड्रिल, क्या फिर से कुछ बड़ा होने वाला है ?
मई 28, 2025 | 28 May 2025 | 3:39 PM

भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के तीन सप्ताह से अधिक समय बाद, गुरुवार शाम को पाकिस्तान की सीमा से लगे चार राज्यों में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी. बता दें कि, गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में मॉक ड्रिल आयोजित की जानी है. केंद्र सरकार द्वारा पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के बाद रक्षा तैयारियों को बढ़ाने के लिए 244 जिलों में मॉक ड्रिल की घोषणा की गई थी.

JAC 10th Result: आर्थिक तंगी के बावजूद रितु कुमारी ने झारखंड में किया सेकेंड टॉप, IIT में पढ़ इंजीनियर बनने का है सपना..
मई 28, 2025 | 28 May 2025 | 3:29 PM

झारखंड बोर्ड के 10वीं के रिजल्ट में रितु कुमारी नाम की एक लड़की 10वीं में सेकेंड टॉपर बनी है. रितु कुमारी ने तीन विषयो में 100 में से 100 नंबर लाया है.

आरसीबी के जीतने पर विजय माल्या ने दी बधाई, लोगों ने कहा पैसे वापिस कर..
मई 28, 2025 | 28 May 2025 | 2:53 PM

आरसीबी के लखनउ के खिलाफ जीतकर जैसे ही अपनी जगह क्वालीफायर में बनाई सोशल मीडिया में बधाई का तांता लगने लगा. इसी में बधाई देते हुए विजय माल्या भी नजर आए

कुवैत में गुलाम नबी आजाद की अचानक बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती
मई 28, 2025 | 28 May 2025 | 11:27 AM

गुलाम नबी आजाद सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ विदेश दौरे पर गए थे. इस डेलिगेशन का नेतृत्व बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा कर रहे हैं. प्रतिनिधिमंडल "ऑपरेशन सिंदूर" के बाद पाकिस्तान को बेनकाब करने निकला है.