झारखंडPosted at: मई 04, 2025 आदिवासी समाज वीरता और सामूहिकता का प्रतीक: शिल्पी नेहा तिर्की
संत जोसेफ स्कूल जमशेदपुर में सरहुल मिलन समारोह में शामिल हुई मंत्री

न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: कैथोलिक आदिवासी पंचायत समिति के द्वारा संत जोसेफ स्कूल परिसर जमशेदपुर में सरहुल मिलन समारोह में कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की शामिल हुई . पारंपरिक नृत्य और संगीत के साथ सरहुल मिलन समारोह का आगाज हुआ. इस मौके पर मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि नई पीढ़ी को आदिवासी समाज की संस्कृति और परम्परा से अवगत होना जरूरी है. ऐसे आयोजन निरंतर होते रहने चाहिए. आदिवासी सभ्यता की पहचान आज विश्व भर में स्थापित है. ये बात और है कि आदिवासी समाज के इतिहास से संबंधित कोई दस्तावजे नहीं है. जान बूझकर इस इतिहास में मिलावट किया जा रहा है . आज कुछ लोग आदिवासी समाज को वनवासी बता कर मूल पहचान को धूमिल करने की कोशिश कर रहे है .
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि आदिवासी समाज परम्परा का धनी समाज है . आदिवासी समाज वीरता और सामूहिकता का प्रतीक है . आज इस बात को युवाओं को समझने की जरूरत है . ईसाई धर्म को लगातार निशाना बनाया जा रहा है . जबकि यही समाज शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम कर रही है . सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है इसे समझना होगा . मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि आज सिर्फ सामाजिक ही नहीं राजनीतिक कार्यक्रम में भागीदारी निभाने की आवश्यकता है . संविधान में लोकतांत्रिक समाज की परिकल्पना की गई है . जिस किताब में देश बसता है उसी संविधान को बदलने की साजिश चल रही है . 6 मई को रांची के पुराना विधानसभा मैदान में आयोजित रैली में भाग लेने की अपील मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने की . सरहुल मिलन समारोह में बिशप स्वामी तीलोस्फोर बिलुंग, फादर अमातुस कुजूर , फादर विमल लकड़ा , फादर एडवर्ड मुख्य रूप से मौजूद रहे .