न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: सब्जियों और फलों के उत्पादन पर इस साल पड़ रही भीषण गर्मी ने बुरा प्रभाव डाला है. प्याज, आलू और टमाटर जैसी आवश्यक सब्जियों के दाम तेजी से देशभर में बढ़ रहे हैं. इन सब्जियों की कमी से मंडियों में दाम लगातार उछल रहे है. टमाटर 100 रुपए किलो भाव से मुंबई और आसपास के इलाकों में बिक रहे है. वहीं टमाटर का दाम Online Platforms पर भी 90 से 95 रुपए प्रति किलो चल रहा है. इसके साथ ही कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में भी 80 से 100 रुपए प्रति किलो टमाटर के भाव चल रहे है.
सब्जियों की Price Monsoon के दौरान और बढ़ते हैं
Monsoon के दौरान हर साल सब्जियों की कीमत में इजाफा होता है. हर साल फसलों पर बारिश के असर के चलते दाम बढ़ने लगते हैं. लेकिन सब्जियों के उत्पादन को इस साल पड़ रही प्रचंड गर्मी ने भारी नुकसान पहुंचाया है. Monsoon आने से पहले दाम इसके चलते ही बढ़ने लगे हैं. बारिश की वजह से न सिर्फ उत्पादन पर प्रभाव पड़ता है, इसके साथ ही Transportation और Packaging के दौरान भी सब्जियां बड़ी मात्रा में खराब होती है.
4 गुना ज्यादा बुवाई के बावजूद उत्पादन हुआ कम
इस साल महाराष्ट्र के किसानों ने पिछले साल टमाटर के दामों में आए जबरदस्त इजाफे के चलते बड़ी मात्रा में टमाटर का उत्पादन किया था. लेकिन गर्मी ने इस साल उतना टमाटर पैदा होने नहीं दिया. किसानों का कहना है कि पिछले साल से 4 गुना ज्यादा टमाटर महाराष्ट्र के कई इलाकों में लगाया गया था. लेकिन भीषण गर्मी की वजह से उत्पादन नहीं हो सका. हर साल प्रदेश के जुनार क्षेत्र में लगभग 2000 कार्टन प्रति एकड़ टमाटर पैदा होता है. यह उत्पादन इस साल घटकर 500 से 600 कार्टन प्रति एकड़ ही रहा गया है. यही हाल अन्य क्षेत्रों का भी है.
टमाटर की कीमतों में फिलहाल राहत के आसार नहीं
फिलहाल जनता को टमाटर की कीमतों में कोई राहत नहीं मिलने की उम्मीद है. लोगों को बढ़े हुए रेट का आसार बारिश के सीजन के दौरान भी झेलना पड़ेगा. वहीं इस साल मानसून के कमजोर रहने की आशंका भी जताई जा रही है. टमाटर उत्पादन में भी इसके चलते कोई सुधार नजर नहीं आ रहा. खरीफ फसलों की बुवाई और टमाटर का उत्पादन भी मानसून में देरी के चलते कमजोर रहने की आशंका है. Supply Chain पर भी इससे बुरा असर पड़ेगा.