प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: कटकमसांडी प्रखंड में वनकर्मियों व वन समिति के मिलीभगत से वन काटकर कटकमसांडी जंगल में अवैध रूप से मटर व गेहूं की खेती किए जाने की सूचना है. कहा जा रहा है की यह खेती वनकर्मियों की जानकारी में जंगलों के बीच करीब चार पांच एकड़ में किया जा रहा है. ग्रामीणों के मुताबिक एक ओर वनभूमि पर पौधरोपण के लिए गड्ढे खोदने का काम युद्ध स्तर पर - किया जा रहा है, दूसरी ओर लकड़ियो को धड़ल्ले से काटा जा रहा है. जगह जगह खेत बाड़ी घेरने के लिए छोटे छोटे पौधों को भी काटा जा रहा है. ग्रामीणो का कहना है किं सात वर्षों से वन सुरक्षा समिति के चुनाव नही होने से जंगलो का अस्तित्व खतरे में है. जबकि ग्रामीणो की मांग पर डीएफओ द्वारा वन सुरक्षा समिति के चुनाव का आदेश दिए जाने के बाद भी वर्तमान अध्यक्ष के मिलीभगत से वनपाल व वनरक्षी द्वारा लगातार टाल मटोल किया जा रहा है. जिससे वनकर्मियों के विरुद्ध ग्रामीणो मे घोर नाराजगी व आक्रोश है.
लोगो का कहना है की कटकमसांडी जंगलों के बीच कई ऐसे जगह है, जहां समीप के नदियों से बालू लाकर डंप किया जा रहा है. कहा जा रहा है की जंगल के बीच खोदे गए एक तालाब में मछली पालन की भी खबर है, जिसका लाभसमिति व वनकर्मियों को प्राप्त होने की भी बात सामने आ रही है. उक्त तालाब में मछली पालन किसके आदेश पर हो रही है. यह जांच का विषय है.