न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: लगभग हर किसी को पालतू जानवर पालने का शौक होता है. और सबसे ज्यादा लोग कुत्तों को पालना पसंद करते हैं कुत्तों को इंसानों का सबसे वफादार साथी भी माना गया है. कई कुत्तों ने अपने जान पर खेल कर इंसानों की जान बचाई है. यहीं वजह है की लोग कुत्तों को पालना ज्यादा पसंद करते है. लेकिन क्या आपको पता है भारत में हर साल कुत्तों के काटने से ना जाने कितनी मौते होती है. पिछले कुछ सालों में ऐसे कई मामले सामने आये हैं, जिनमें कुत्तों ने इंसानों की जान ली है. बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सबसे ज्यादा उनके निशाने पर रहे हैं.
नोएडा के सेक्टर 24 में एक कुत्तें ने दुसरे कुत्तें पर किया हमला
एक मामला थाना क्षेत्र के गिझोड़ गांव से सामने आया है जहां रहने वाले नरेंद्र शर्मा अपने पालतू कुत्ते के साथ टहलाने के लिए निकले थे. अचानक पिट बुल के सामने एक आवारा कुत्ता आ गया. दोनों ने एक-दूसरे को देखा और भौंकना शुरू कर दिया. थोड़े देर बाद ही पिट बुल ने दूसरे कुत्ते पर हमला कर दिया. कुत्ते के मालिक नरेंद्र शर्मा लगातार उसे ले जाने की कोशिश करते रहे, लेकिन पिट बुल ने दुसरे कुत्ते को लहूलुहान करने के बाद ही छोड़ा. ये सब देख कर वहां मौजूद लोगों के आखों में दहशत साफ दिख रही थी. इतना ही नहीं एक महिला तो डर के मारे चिल्लाने लगी. इस घटना ने एक बार फिर कुत्तों के खिलाफ मुहिम को तेज कर दिया है.
आवारा कुत्तें के काटने से एक बच्चे की मौत
एक और मामला गाजियाबाद में पिछले महीने घटी थी. विजयनगर थाना क्षेत्र की चरण सिंह कॉलोनी में रहने वाले एक बच्चे को किसी आवारा कुत्ते ने काट लिया था. लेकिन घर वालों के डर से और डांट सुनने की डर से उसने इस बारे में किसी को नहीं बताया. लेकिन कुछ दिनों बाद ही कुत्तें के काटने का असर बच्चें में दिखने लगा. वो अजीबो-गरीब हरकतें करने लगा. यह सब देखकर परिजनों ने उससे आनन-फानन में अस्पताल में ले गए.लेकिन बच्चे ने एंबुलेंस में अपने पिता की गोद में ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया.
हर साल 20 हजार लोगों की होती है मौत
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि भारत में हर साल कुत्तों के काटने से 20 हजार लोगों की मौत होती है. इसमें सबसे मौत की वजह रैबीज बनता है, जिसके सबसे ज्यादा मामले भारत में पाए जाते हैं.
ये भी पढ़ें-रिश्ते हुए शर्मशार, ससुर ने बहू पर फेंका तेजाब, हालत गंभीर
भारत में इस नस्ल के कुत्तों पर है प्रतिबंध
आपको बता दें की भारत में कई ऐसे कुत्ते है, जिनके पालने पर यहां प्रतिबंध है. केंद्र सरकार ने साल 2016 में अमेरिकन पिट बुल टेरियर्स, नीपोलिटन मास्टिफ, डोगो अर्जेंटिनो, रॉटवीलर, प्रेसा कैनारियो, बोअरबेल,वुल्फ डॉग, अमेरिकन बुलडॉग, बैंडोग, केन कोरो और फिला ब्रासीलेरो ये सब नस्ल के कुत्तों के पालने पर प्रतिबंधित लगा दिया था. इतना ही नहीं कई शहरों में नगर निगम ने अपने हिसाब से कुछ नस्ल के कुत्तों पर बैन लगाया है.