WhatsApp पर 'चालान स्कैम' का नया जाल! APK फाइल से खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट

WhatsApp पर 'चालान स्कैम' का नया जाल! APK फाइल से खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट

whatsapp पर चालान स्कैम का नया जाल apk फाइल से खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट

न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क:
साइबर अपराध की दुनिया में एक नया और खतरनाक ट्रेंड सामने आया हैं. अब ठगों ने लोगों को निशाना बनाने के लिए इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप (WhatsApp) का इस्तेमाल करते हुए फर्जी ई-चालान का सहारा लिया हैं. 'E-Vahan Challan' या 'M VAHAN Challan' के नाम पर भेजी जा रही एक APK फाइल एक क्लिक में आपके बैंक खाते को खाली कर सकती हैं.

क्या है ठगी का नया तरीका?
ठग बड़ी चालाकी से यूजर्स को व्हाट्सएप पर एक मैसेज भेजते है, जिसमें उन्हें बताया जाता है कि उनकी गाड़ी का चालान हुआ हैं. इस मैसेज में अक्सर एक फाइल अटैच होती है, जिसका नाम 'M Parivahan challan' या इससे मिलता-जुलता होता हैं. देखने में यह बिल्कुल चालान नोटिस जैसा लगता है, लेकिन असल में यह एक APK (Android Package Kit) फाइल होती हैं. देहरादून जैसे शहरों में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, जहां लोगों को यह झांसा दिया गया कि 'उनके साथ-साथ उनका भी चालान हुआ है, चेक कर लें.' डर या जिज्ञासा में जैसे ही कोई यूजर इस APK फाइल को डाउनलोड करके इंस्टॉल करता है, उसके मोबाइल का कंट्रोल साइबर ठगों के हाथ में चला जाता हैं.

APK फाइल क्यों है खतरनाक?
APK का मतलब है Android Package Kit, जो एंड्रॉयड फोन में ऐप्स इंस्टॉल करने का एक मानक फाइल फॉर्मेट हैं. हैकर्स इसी फॉर्मेट का इस्तेमाल करके आपके फोन में खतरनाक मैलवेयर वाले ऐप इंस्टॉल करा देते हैं. यह मैलवेयर आपके बैंकिंग डिटेल्स, वन-टाइम पासवर्ड (OTP) और अन्य निजी जानकारियों तक पहुंच बना लेता हैं. एक मामले में तो APK फाइल इंस्टॉल करते ही विक्टिम का व्हाट्सएप हैक हो गया और तुरंत उसके अकाउंट से जुड़े OTP आने लगे, जिसके बाद उसका बैंक खाता खाली कर दिया गया.

ठगी से बचाव के लिए तुरंत करें ये काम
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने इस नए स्कैम से बचने के लिए तुरंत ये कदम उठाने की सलाह दी है:

  • व्हाट्सएप या किसी अनजान नंबर से आए मैसेज में अटैच फाइल को खोलने से पहले उसका फॉर्मेट (.apk, .exe आदि) ज़रूर देखें. APK फाइल बिल्कुल इंस्टॉल न करें.
  • ऐप डाउनलोड करने के लिए केवल Google Play Store या Apple App Store का ही उपयोग करें. अनजान वेबसाइट या मैसेज से ऐप इंस्टॉल करने से बचें.
  • अपने चालान की सच्चाई जानने के लिए हमेशा परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या mParivahan ऐप का ही इस्तेमाल करें। किसी भी लिंक पर क्लिक न करें.
  • आपका स्मार्टफोन अक्सर अनजान सोर्स से ऐप इंस्टॉल करने पर चेतावनी देता हैं. इस चेतावनी को गंभीरता से लें और कभी भी अतिरिक्त परमिशन न दें.
  • अगर आपको कोई संदिग्ध मैसेज आता है, तो तुरंत उस नंबर को ब्लॉक करें और व्हाट्सएप पर 'रिपोर्ट' करें.

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