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रांची/डेस्क: आजसू पार्टी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं पार्टी प्रमुख सुदेश महतो का नाम उग्रवादियों द्वारा हिटलिस्ट में रखने की उच्चस्तरीय जांच करवाने तथा उनकी सुरक्षा की नए सिरे से समीक्षा करने की मांग की है. इस बात का खुलासा होना चाहिए कि सुदेश महतो उग्रवादियों के निशाने पर क्यों हैं? पार्टी ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार सुदेश महतो की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है.
पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर एवं हसन अंसारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बार बार उग्रवादियों द्वारा सुदेश महतो की हत्या की साजिश की जानकारी सामने आती रहती है, लेकिन इसके कारणों का अभी तक पुलिस द्वारा खुलासा नहीं किया गया है. इस संबंध में शीघ्र ही पार्टी नेता राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव और डीजीपी से मिलकर ज्ञापन सौंपेंगे. प्रेस वार्ता में मीडिया संयोजक परवाज खान भी उपस्थित थे.
प्रवीण प्रभाकर ने कहा कि दो दिन पूर्व गुमला जिले के कामडारा थाना क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए उग्रवादी मार्टिन केरकेट्टा ने भी सुदेश महतो को अपनी हिटलिस्ट में रखा था और हमले की फिराक में था. उसने 2023 में अनगड़ा थाना क्षेत्र में बैठक कर सुदेश महतो की हत्या की योजना बनाई थी, जिसका खुलासा पुलिस ने किया था.
हसन अंसारी ने कहा कि इससे पूर्व किसी राजनेता द्वारा सुदेश महतो की हत्या के लिए उग्रवादियों को 5 करोड़ रुपयों की सुपारी देने की बात सामने आ चुकी है. इस बात का खुलासा होना चाहिए कि बार बार किस कारण से हत्या की साजिश रची जा रही है और इस साजिश के पीछे कौन है?
प्रवीण प्रभाकर ने कहा कि 2005 में सिल्ली से पोगड़ा जाने के रास्ते में केन बम लगाने की साजिश सामने आई थी. 2013 में पीएलएफआई कमांडर जीदन गुड़िया द्वारा किसी राजनेता से 5 करोड़ की सुपारी ली गई थी, जिसके बाद 27 एवं 28यू जनवरी 2014 को सिल्ली प्रतिभा महोत्सव में टाइम बम लगाकर हमले का प्रयास किया गया. इसमें विफल होने पर 26 फरवरी 2014 को जोन्हा में एक विवाह समारोह में हमले की योजना बनाई गई, जिसे पुलिस और ग्रामीणों की तत्परता से विफल किया गया. बाद में खुलासा हुआ कि एक उग्रवादी देव सिंह मुंडा को साजिश के तहत आजसू में शामिल भी करवाया गया था.
उन्होंने बताया कि दो दिन पूर्व मारे गए पीएलएफआई कमांडर मार्टिन केरकेट्टा ने भी सुदेश महतो की हिटलिस्ट में रखा था और 25 जनवरी 2023 को अनगड़ा थाना क्षेत्र में बैठक कर हमले की योजना बनाई थी. इसका खुलासा पुलिस छापामारी में पकड़ाए उग्रवादियों ने बाद में किया था. आजसू नेताओं ने बताया कि पीएलएफआई द्वारा 2014 में पार्टी के केंद्रीय महासचिव स्व तिलेश्वर साहु की भी हत्या हजारीबाग जिले के बरही में कर दी गई थी. आजसू नेताओं ने मांग करते हुए कहा कि पूर्व मंत्री एवं पार्टी के प्रधान महासचिव रामचंद्र सहिस की भी सुरक्षा वापस ले ली गई है, जिसे तुरंत वापस किया जाए.