न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: अहमदाबाद में गुरुवार को भीषण विमान हादसा हुआ है. अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के इस विमान में 242 यात्री सवार थे, जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे. यह विमान हादसा इतना भयानक है कि इसकी तस्वीरें देखकर ही रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं.
जब भी ऐसा कोई विमान हादसा होता है तो यात्रा कर रहे लोगों की सांसें अटक जाती है. लेकिन क्या आपको पता है कि विमान के अन्दर ऐसी भी सीट भी होती है जो जिसे हादसों के दौरान सबसे अधिक सुरक्षित माना जाता है.
हादसों के दौरान विमान के पीछे की सीटों के सबसे सुरक्षित माना जाता है. ऐसी जानकारी स्टडीज के आधार पर सामने आयी है. स्टडीज बताती है कि विमान के पिछले हिस्सों में जो यात्री यात्रा कर रहे होते हैं, बड़े हादसों में जान जाने का खतरा 28 फीसदी ही होता है.
स्टडीज में इसकी वजह भी बतायी गयी है. जब भी कोई दुर्घटना होती है तो विमान के अगले हिस्से पर ज्यादा दबाव पड़ता है. इसलिए आगे की ओर बैठे यात्रियों को नुकसान ज्यादा होता है, अपेक्षाकृत पीछे बैठे यात्रियों के.
विमान यात्रा की रोचक बात यह है कि यात्री पीछे की सीटों पर बैठना पसंद नहीं करते हैं. दरअसल, वाशरूम और इमरजेंसी एग्जिट इसी हिस्से में होता है. जिस करम पीछे यात्रा करे वाले यात्री परेशानी का अनुभव करते हैं.
बीच की सीटों का माना जाता है सबसे असुरक्षित?
ऐसा नहीं है कि आगे की ही सीटें सबसे ज्यादा असुरक्षित होती है. स्टडीज में यह भी बात सामने आयी है कि बीच की सीटें सबसे ज्यादा असुरक्षित होती है. क्यों कि यह वह हिस्सा होता है जहां पंखों में विमान का ईंधन भरा होता है. जो कि हादसे के दौरान सबसे ज्यादा खतरनाक हो जाता है.