न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः- हड्डी शरीर की सबसे महत्वपूर्ण ढांचा होती है. ओवरऑल हेल्थ को बेहतर करने की बात हो तो इसमें हड्डी का मजबूत होना अति आवश्यक है. इसको मजबूत करने के लिए विभिन्न प्रकार के संतुलित आहार का शामिल होना अति आवश्यक है. इनमें कैल्सियम, विटामिन डी, मैग्निशियम समेत कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. शरीर के संपूर्ण हिस्सों में लगभग 99 प्रतिशत कैल्सियम सिर्फ हड्डी और दांतों में पाए जातें हैं. बचा हुआ एक प्रतिशत खून, मांसपेशियों और उत्तकों में पाया जाता है. शरीर के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व को बढ़ाने के लिए इन सारे फूड्स का इस्तेमाल करना चाहिए. शरीर में कैल्सियम बढ़ाने के साथ-साथ ये शरीर के अन्य भागों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होते हैं.
अंडा
जिससे हमें प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन डी भी मिलता है. जो हड्डियों के स्वास्थय के लिए महत्वपूर्ण भुमिका निभाती है. रोजाना इसके सेवन से हमारे शरीर की मांसपेशियों को मजबूती तो मिलता ही है साथ ही साथ हड्डी के स्वास्थय के लिए भी जरूरी होता है.
फैटी मछली
मछली विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत होता है. जो शरीर में कैल्सियम को अवशोषित करने और मजबूत हड्डी बनाने में भी मदद करती है. रेग्यूलर फैटी मछली का सेवन करते रहने से फ्रेक्चर व ऑस्टियोपोरोसिस जैसे जोखिमों को कम किया जा सकता है. साल्मन, टूना, सार्डिन फैटी मछली के कुछ उदाहरण हैं.
ड्राइ फ्रूट्स
बादाम अखरोट काजू जैसे नट्स में कैल्सियम और मैग्निशियम भरपूर मात्रा में होतें हैं. नियमित रुप से इसका सेवन करने से हड्डी में फ्रेक्चर जैसे खतरों से छुटकारा मिल सकता है.
डेयरी
दूध, दही, पनीर जैसे व्यंजनों में भी कैल्सियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसमें मौजूद खनिज हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक भी हैं. एक अध्ययन में पाया गया है कि डेयरी उत्पादों का नियमित प्रयोग करने से हड्डी में फ्रेक्चर जैसे जोखिमों से छुटकारा पा सकते हैं.
हरी पत्तेदार सब्जियां
हरे पत्तेदार सब्जी में बहुत प्रकार के विटामिन्स औऱ मिनरल्स भी पाए जाते हैं. जो हेल्थ के सात-साथ ह्ड्डी के स्वास्थ के लिए काफी जरूरी है. इस तरह के पत्तेदार सब्जी में मौजूद मैग्निशिम हड्डी के घनत्व को बढ़ाती है और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करती है. पालक,कोलार्ड व ब्रोकली जैसी हरी सब्जियां में कैल्सियम, विटामिन और मैग्निशियम भरपूर मात्रा में पायी जाती है.