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रांची/डेस्क: बिहार की राजनीति से बड़ी खबर सामने आयी है. खबर है कि बिहार में राजग दलों में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा हो गया है. लेकिन क्या वाकई में ऐसा है? बिहार विधानसभा चुनाव में अभी कुछ महीने बाकी हैं. सभी पार्टियां अभी से भले ही अपनी-अपनी रणनीतिक तैयारियों में जुटी हुई है. पार्टियों के बीच बैठकों का दौर भी जारी है. लेकिन सीटों पर तालमेल को लेकर चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष किसी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. किसी भी गठबंधन की ओर से इसको लेकर किसी भी तरह का कोई दावा नहीं किया गया. लेकिन ताजा खबर राजग पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर है, इसलिए इसने सबको जरूर चौंकाया है.
ऐसा लग रहा जैसे 'परीक्षा का पेपर' लीक हो गया है
आजकल जिस तरह परीक्षाओं से पहले पेपर लीक हो जाने की खबरें आती रहती है, लगता है ठीक उसी प्रकार बिहार में NDA की चुनाव प्लानिंग लीक हो गयी है. बिहार के राजनीतिक हलकों में एक चार्ट की चर्चा जोरों पर है. यह चार्ट बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए पार्टियों के सीटों के बंटवारे का बताया जा रहा है. इस चार्ट के अनुसार एनडीए की पार्टियां कितनी-कितनी सीटों पर लड़ेंगी, उसका 'खुलासा' किया गया है. बिहार विधानसभा में 243 सीटें पर चुनाव होना है. वायरल चार्ट में जेडीयू के 102-103 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही गयी है, जबकि बीजेपी के 101-102 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात सामने आयी है. इसके बाद करीब 40 सीटें बच रही हैं जिनका बंटवारा लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के बीच होगा.
वायरल चार्ट के अनुसार, बाकी बची सीटों में सबसे ज्यादा सीटें चिराग पासवान की पार्टी को मिलने की बात कही जा रही है. वैसे भी लोजपा (रामविलास) ने पिछले लोकसभा चुनाव में 5 सीटें जीतकर अपर हैंड जरूर है और इसका लाभ उसे निश्चित रूप से मिलेगा. चिराग पासवान की पार्टी को 25-28 सीटें मिलने की बात कही जा रही है. जीतन राम मांझी को 6-7 तो उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4-5 सीटें मिल सकती है.
बिहार के राजनीतिक गलियारों में एनडीए के बीच सीटों के बंटवारे वाले चार्ट की सच्चाई चाहे जो भी हो, लेकिन इतना तो माना जा सकता है कि एनडीए के बीच सीटों के बंटवारे का प्रतिशत ऐसा ही कुछ रहने वाला है. चूंकि दोनों गठबंधनों के बीच सीटों के बंटवारे पर चर्चाएं तो हो ही रही है, उस हिसाब से अगर एनडीए के बीच भी अगर सीटों के बंटवारे पर चर्चा हो रही है तो इसमें आश्चर्यजनक जैसी कोई बात नहीं होनी चाहिए. हां, बिहार में वायरल चार्ट की जहां तक बात है तो फिलहाल इसके बारे में सिर्फ इतना ही कहा जा सकता है कि हो सकता है यह चार्ट जानबूझ कर जारी कर दिया गया हो. ताकि सहयोगी पार्टियों पर दबाव को पॉलिटिक्स किया जा सके.
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