रांची: झामुमो संस्थापक एवं झारखंड आंदोलन के प्रणेता स्व. विनोद बिहारी महतो को सम्मान दिलाने को लेकर 23 सितंबर को धनबाद से राजभवन तक पदयात्रा किया जाएगा. यह जानकारी कुरमी विकास मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष मोर्चा की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी. उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलन के जनक एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक केंद्रीय अध्यक्ष बिनोद बिहारी महतो को झारखंड पितामह का दर्जा देने, बोकारो एयरपोर्ट का नामकरण बिनोद बिहारी महतो एयरपोर्ट करने, सरकारी पाठ्यक्रम में बिनोद बाबू की जीवनी को शामिल करने की मांग इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है. साथ ही राजभवन और विधानसभा में बिनोद बाबू की आदमकद प्रतिमा लगाने एवं रांची में बिनोद बाबू की समाधि स्थल बनाने की मांग की जाएगी. इसको लेकर बिनोद धाम, बलियापुर, धनबाद से राजभवन रांची तक पदयात्रा किया जायेगा.
ये भी पढ़ें:- संत पॉल्स कॉलेज में जारी है नामांकन, जल्दी करें आवेदन
4 फरवरी को हुई थी झामुमो का गठन, पहले अध्यक्ष बने थे बिनोद बिहारी महतो
उन्होंने कहा कि बिनोद बिहारी महतो ने अलग राज्य की लड़ाई के लिए जो अलख जगाई थी. उसे भूलाया नहीं जा सकता. 1970 के दशक में शिवाजी समाज एवं सोनोत संथाल समाज दोनों सशक्त सामाजिक संगठन था. ऐसे निर्णायक समय में विनोद बिहारी महतो ने ही दोनों सामाजिक संगठनों को विलय करने का सुझाव दिया. उसी के फलस्वरुप झारखंड मुक्ति मोर्चा जैसे सशक्त राजनीतिक दल का अभ्युदय हुआ. शिवाजी समाज (कुरमी महतो समाज का सामाजिक संगठन) और सोनोत संथाल समाज (संथाल समाज का सामाजिक संगठन) के नेताओं की संयुक्त बैठक 4 फरवरी 1972 को बिनोद बिहारी महतो के घर धनबाद में हुई. इसके बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन हुआ. इस बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष बिनोद बिहारी महतो, महासचिव शिबू सोरेन एवं कोषाध्यक्ष चुडामणि महतो चुने गए.
इस बैठक में कामरेड एके राय, कतरास राज परिवार के राजा पूर्णेंदु नारायण सिंह समेत कई नामी-गिरामी लोग शामिल थे. उसके बाद झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के बैनर तले एवं बिनोद बिहारी महतो के कुशल नेतृत्व में झारखंड आंदोलन की आग चिंगारी की तरह फैल गयी. बिनोद बाबू झारखंड आंदोलन में कई बार जेल भी गए. उन्होंने तिलक-दहेज, बहु विवाह एवं शराब के खिलाफ सामाजिक आंदोलन चलाया. महाजनी प्रथा, सूदखोरों एवं सामंतवादियों के खिलाफ सीधी लड़ाई लड़ी.
सत्ता में है झामुमो, इसलिए विनोद बिहारी महतो को दो सम्मान
उन्होंने कहा कि वर्तमान में विनोद बिहारी महतो की बनाई गयी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा का राज्य में सरकार है. इसीलिए अब राज्य सरकार अविलंब बिनोद बिहारी महतो को झारखण्ड पितामह का दर्जा देकर, उचित सम्मान देने का कार्य करें. ताकि झारखंडियों के लिए वे वर्तमान एवं आनेवाले कई पीढ़ियों के लिए आदर्श बने रहे तथा झारखण्डवासियों को उनकी प्रेरणा हमेशा मिलता रहें. यही विनोद बाबू की सच्ची श्रद्धांजलि होगी.इस मौके पर केंद्रीय प्रधान महासचिव रामपोदो महतो,सखीचंद महतो, रूपलाल महतो, क्षेत्रमोहन महतो, नंदलाल महतो, सोनालाल महतो,नरेश कुरमी, अजीत महतो, सुरेंद्रनाथ महतो आदि उपस्थित थे.