शहनवाज अख्तर, न्यूज11 भारत
रांची: रांची में आज भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय द्वारा एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इस आयोजन में झारखंड के सभी जिलों से उत्पाद और कारीगर दोनों ने भागीदारी की. बता दें अब "वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट" टैग लाइन के तहत राष्ट्रीय स्तर पर झारखंड के तमाम 24 जिलों को अलग-अलग उत्पाद के आधार पर एक्सप्लोर किया जाएगा. इसे लेकर इन्वेस्ट इंडिया नेशनल इन्वेस्टमेंट प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन एजेंसी पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट परिजनों को लेकर झारखंड पहुंची है.
रांची के सूचना भवन में पीआईबी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस आयोजन में प्रेजेंटेशन के जरिए यह बताया गया कि वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट नीति के तहत झारखंड के सभी जिलों को वाणिज्य मंत्रालय एक पोर्टल से जोड़ेगा. जिसके बाद यह प्रोडक्ट सीधे-सीधे निर्यात की संभावनाओं से जुड़ सकेंगे. बता दें वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट नीति के तहत रांची को रेडीमेड गारमेंट प्रोडक्शन के लिए चुना गया है. कार्यक्रम में रांची में उत्पादित प्रोडक्ट लेकर बहुत सारे प्रोडक्शन हाउस के प्रतिनिधि मौजूद थे.
मोमेंटम झारखंड के तहत झारखंड में बहुत सारे गारमेंट प्रोडक्शन हाउस स्थापित हुए हैं. अगर दूसरे जिलों की बात करें तो बोकारो को लकड़ी संबंधी उत्पाद चतरा को सब्जी देवघर को लाह उत्पादन धनबाद को कोयला दुमका को बांस गढ़वा को कारपेट गिरिडीह को स्टील टीएमटी बार और गुड्डा को तसर सिल्क और लोहरदगा को शहद उत्पादन के लिए चुना गया है.
भारत सरकार का वाणिज्य मंत्रालय इन तमाम 24 जिलों के अलग-अलग उत्पादों और उनके उत्पादकों से संपर्क कर जिला स्तर पर उनके लिए प्रमोशन और प्रशिक्षण और निर्यात नेटवर्क से जोड़ने का माहौल तैयार करेगी, झारखंड सरकार का झारक्राफ्ट उद्योग मंत्रालय इस दिशा में सहयोग करेगा, झारखंड इस बहाने अपने उत्पादों को लेकर पूरी दुनिया में मशहूर हो सकता है और रोजगार की संभावनाएं तो बढ़ेगी ही.