शयामानंद सिंह/न्यूज़11 भारत
बिहार/डेस्क: भागलपुर नवगछिया पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए झंडापुर थाना क्षेत्र में हुए अपहरण कांड का महज़ 48 घंटे में खुलासा कर दिया है. पुलिस ने अपहृत व्यक्ति पंजाबी रविदास को सकुशल बरामद करते हुए इस संगीन वारदात में शामिल पांच शातिर अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. घटना 27 अप्रैल को उस समय घटी जब जयरामपुर निवासी पंजाबी रविदास, पिता स्व. नरसिंह रविदास को उनके घर से हथियारबंद अपराधियों ने जबरन अपहरण कर लिया. घटना की सूचना मिलते ही झंडापुर थाना पुलिस हरकत में आई और नवगछिया के पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले की सभी सीमाओं को तत्काल सील करते हुए सघन वाहन जांच का निर्देश दिया गया.
साथ ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया गया, जिसमें झंडापुर, नदी थाना, डीआईयू और एसटीएफ की टीमें शामिल थीं. सूचना संकलन और तकनीकी अनुसंधान के आधार पर जांच टीम ने अपहृत को मधेपुरा जिले के चौसा थाना क्षेत्र अंतर्गत लौआलगान से बरामद किया. वहीं, पांच अभियुक्तों को विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया. तीन अभियुक्त—मो. अफताब आलम, मो. अली और मनीष कुमार को घटना में प्रयुक्त कार (BR11BJ0830) के साथ बगड़ी पुल के पास से पकड़ा गया, जबकि दो अन्य—रमेश मंडल और राजा कुमार को लौआलगान से दबोचा गया.
पुलिस पूछताछ में सभी अभियुक्तों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया कि अपहृत के पुत्र और एक अभियुक्त गुरुदेव मंडल उर्फ सनोज के बीच पैसों के लेन-देन को लेकर रंजिश थी. जिसके चलते अपहरण की साजिश रची गई थी पुलिस ने इस कार्रवाई में दो मोबाइल फोन और एक कार भी जब्त की है. झंडापुर थाना में इस मामले को लेकर कांड संख्या 64/25 दर्ज करते हुए आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 137(2)/140(1) बीएनएस एवं अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम की धारा 3(2)(v-a) के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अब अन्य वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. पुलिस अधीक्षक ने इस त्वरित और साहसिक कार्रवाई के लिए टीम में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को पुरस्कृत करने की घोषणा की है. नवगछिया पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अपराध चाहे जितना भी संगीन क्यों न हो, कानून के लंबे हाथों से बच पाना संभव नहीं.