मुजतबा हैदर रिजवी/ न्यूज11भारत
जमशेदपुर/डेस्क: सरायकेला खरसावां जिले के चांडिल थाना क्षेत्र के कांदरबेड़ा के पास कारोबारी रवि अग्रवाल की पत्नी ज्योति अग्रवाल की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके पति रवि अग्रवाल समेत चार अपराधियों को जेल भेज दिया है. इस मामले में पुलिस ने हत्या की घटना में शामिल पति रवि अग्रवाल के अलावा जमशेदपुर के बाबूडीह लाल भट्टा के रहने वाले पंकज कुमार साहनी, रोहित कुमार दुबे और मुकेश मिश्रा को जेल भेज दिया है. लेकिन, पुलिस अभी पता नहीं लगा सकी कि रवि अग्रवाल ने हत्या की इस घटना को क्यों अंजाम दिया है. हत्या की घटना को अंजाम देने की कोई बड़ी ठोस वजह अब तक निकल कर सामने नहीं आ सकी है. पुलिस का कहना है कि बस पति-पत्नी में मामूली विवाद होते रहते थे. इसी से तंग आकर हत्या की घटना अंजाम दी गई है. यह बात किसी के गले नहीं उतर पा रही है कि इतनी मामूली सी बात में हत्या की बड़ी वारदात अंजाम दी गई है.
हत्या की घटना को अंजाम देने की दो महीने से रची जा रही थी साजिश
एसपी सरायकेला ने आदित्यपुर के ऑटो क्लस्टर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ज्योति हत्याकांड के आरोपियों को जेल भेजने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि घटना 29 मार्च को अंजाम दी गई थी. रवि अग्रवाल 2 महीने से हत्या की घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था. इसी के लिए वह रंगदारी की कहानी रच रहा था.
मिनी पंजाब होटल में ज्योति अग्रवाल को भी पिलाई गई थी दारू
29 मार्च को वह अपनी पत्नी को तैयार कर मिनी पंजाब रेस्टोरेंट ले गया. रवि अग्रवाल ने खुद शराब पी और पत्नी ज्योति अग्रवाल को भी शराब पिलाई. इसके बाद वहां से लगभग रात 9:18 बजे कार से यह लोग निकले. रवि अग्रवाल ने रोड से होकर आस्था हाइटेक सिटी जाने की बजाय नेशनल हाईवे का रास्ता पकड़ा. कांदरबेड़ा और वेव इंटरनेशनल होटल के बीच रवि अग्रवाल ने उल्टी करने के बहाने कार रोकी और वहां पहले से खड़े शूटरों ने ज्योति अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी.
रवि अग्रवाल का ड्राइवर मुकेश मिश्रा शूटरों को लेकर पहुंचा था घटनास्थल
मामले में जेल भेजा गया सिदगोड़ा थाना क्षेत्र के बाबूडीह लाल भट्टा का रहने वाला मुकेश मिश्रा रवि अग्रवाल का ड्राइवर है. वह कार से शूटरों को लेकर घटनास्थल पर पहुंचा था. घटना को अंजाम देने के बाद मुकेश मिश्रा शूटरों को लेकर स्विफ्ट कार से ही भाग खड़ा हुआ था. जबकि, रवि अग्रवाल अपनी पत्नी को लेकर टीएमएच पहुंचा और वहां कहानी गढ़ी कि रंगदारी नहीं देने पर बदमाशों ने उसकी पत्नी को गोली मार दी है. जबकि, ज्योति अग्रवाल के पिता ने शिकायत की कि रवि अग्रवाल ने ही अपनी पत्नी की हत्या की है. ज्योति अग्रवाल के पिता ने बताया कि रवि अग्रवाल और ज्योति अग्रवाल में नहीं पटती थी. दोनों के बीच कई साल से तनातनी थी. गंगटोक में भी गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की थी. बाद में दोनों पक्ष में समझौता हो गया था. कुछ दिन पहले बिष्टुपुर इलाके में पत्नी की हत्या करने की साजिश रची थी.
शूटरों को दो लाख रुपए दिए गए थे एडवांस
इसके लिए इन्हीं शूटरों को आठ लाख रुपए की सुपारी दी गई थी. लेकिन यह शूटर घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाए थे. बाद में 7 लाख रुपया वापस कर दिया था. एक लाख रुपए उनके पास थे. इधर जब फिर हत्या की साजिश रची गई तो ज्योति की हत्या के लिए 16 लाख रुपए की सुपारी दी गई. दो लाख रुपए शूटरों को एडवांस दिया गया. इसी पैसे से शूटर ने घटना को अंजाम देने के लिए पिस्टल खरीदा था.
ज्योति अग्रवाल को गोली मारने वाला मुख्य शूटर फरार
जबकि घटना को अंजाम देने वाला मुख्य शूटर अभी फरार है. उसकी तलाश की जा रही है. उसके अलावा दो अन्य अपराधियों को भी खोजा जा रहा है. पुलिस ने बताया कि मुख्य शूटर और अन्य दो अपराधियों की तलाश में कई ठिकानों पर दबिश दी गई है. जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.